रांचीः टाटीसिलवे स्थित जैप टू में व्याप्त भ्रष्टाचार और अवस्था से गुस्साये सैकड़ों सिपाहियों ने रविवार की रात कमांडेंट शशिकांत कुजूर के आवास का घेराव कर उन्हें बंधक बना लिया. सिपाहियों का आक्रोश देख कमांडेंट अपने आवास से नहीं निकले. देर रात कर वहां हंगामा होता रहा. घेराव कर रहे जवानों ने बताया कि वे पिछले वर्ष चार दिसंबर को राज्य के विभिन्न जिलों से जैप टू में ट्रेनिंग के लिए पहुंचे हैं.
ट्रेनिंग 169 दिन की थी. अब समय भी पूरा हो चुका है, इसके बाद भी उन्हें कुछ नहीं सिखाया गया है. घर जाने के लिए छुट्टी भी नहीं मिलती है. छुट्टी देने के नाम पर जैप के अधिकारी रुपये की मांग करते हैं. रुपये लेने के बाद छुट्टी मंजूर करते हैं. इसके साथ ही वरदी और फायरिंग के नाम से भी अलग से रुपये की मांग की जाती है. ट्रेनिंग के नाम पर जैप के अधिकारी अपने घर में काम कराते हैं.
जवानों का कहना था कि ट्रेनिंग कर रहे जवान विनीत मिश्र की मां की मौत हो चुकी है, लेकिन जब वह छुट्टी मांगने गया, तब उसे गाली देकर भगा दिया गया. इसी के बाद जैप के जवान भड़क गये और कमांडेंट के आवास का घेराव कर अफसर को बंधक बना लिया. देर रात कमांडेंट घर से बाहर नहीं निकले. बाद में कमांडेंट ने सूबेदार से सूचना भेजा कि उनकी तबीयत खराब है, इसलिए वे बाहर नहीं निकल सकते. काफी देर हंगामा करने के बाद सभी जवान अपने बैरक वापस लौटे. जवानों का कहना था जब तक उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हो जाता है, तब तक वे कमांडेंट को बंधक बनाये रखेंगे.
जवानों का आरोप
डय़ूटी के अलावा निजी काम कराया जाता है. छुट्टी देने के नाम पर रुपये मांगे जाते हैं. पीटी-परेड के दौरान गाली दी जाती है. वरदी के लिए 4500 रुपये लिये गये, लेकिन वरदी नहीं दी.