मुंबई: केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने आज कहा कि तहलका संपादक तरण तेजपाल के खिलाफ यौन उत्पीड़न के मामले में केंद्र हस्तक्षेप नहीं कर सकता. तेजपाल की गिरफ्तारी काफी विलंब से होने के संबंध में पूछे गए एक सवाल के जवाब में यहां एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने आए शिंदे ने कहा, ‘‘हमारी सरकार किसी भी तरह से अपराधियों को नहीं बचाती है. चूंकि यह (तेजपाल का) यह अलग राज्य का मामला है इसलिए केंद्र इसमें हस्तक्षेप नहीं कर सकता.’’
उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी से संबंधित जासूसी विवाद पर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया, लेकिन जब यह पूछा गया कि क्या मोदी को सरकारी तंत्र का दुरपयोग करने के लिए मुकदमे का सामना करना चाहिए तो उन्होंने कहा, ‘‘इन सब के बारे में जांच की जाएगी और उसके बाद फैसला किया जाएगा.’’उन्होंने कहा, ‘‘केंद्र और राज्य के गृह सचिव (अवैध) जासूसी पर कार्रवाई करने के लिए अधिकृत हैं.’’
अंधविश्वास विरोधी कार्यकर्ता नरेंद्र दाभोलकर की हत्या मामले पर उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के अधिकारियों ने उनसे कहा था कि पुलिस को अपराधियों के बारे में कुछ सुराग मिले हैं. उन्होंने कहा, ‘‘मैंने राज्य सरकार से भी बातचीत की है. वे अब अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहे हैं.’’ शिंदे शिवसेना के दिवंगत प्रमुख बाल ठाकरे के स्मारक के निर्माण के लिए गठित सर्वदलीय समिति का हिस्सा हैं. उन्होंने कहा, ‘‘मैं बाल ठाकरे को दिवंगत शिवसेना प्रमुख और एक आक्रामक संगठन के नेता के तौर पर नहीं देखता हूं. बालासाहब के पिता प्रबोधनकार ठाकरे ने दलितों पर अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाई थी. महाराष्ट्र उसे नहीं भूल सकता है. मैं उनकी (बाल ठाकरे) अन्य गतिविधियों के बारे में बात नहीं करंगा.’’