मधुबनीः विगत 26 नवंबर को प्रखंड स्तरीय केसीसी कैंप में 4898 लोगों के बीच 25 करोड़ 45 लाख रुपये का ऋण स्वीकृत किया गया. इसमें केसीसी शिक्षा व अन्य कृषि ऋण शामिल है. सुखाड़ को देखते हुए किसानों को आर्थिक रूप से सहायता देने के उद्देश्य से सरकार के निर्देश पर 26 नवंबर को केसीसी का विशेष कैंप आयोजित की गयी थी. इसमें जिले के 15 बैंक ने भाग लिया एवं लोगों को ऋण उपलब्ध कराये.
4460 आवेदन पड़े
केसीसी कैंप में विभिन्न गांव के 4460 किसानों ने केसीसी के लिये आवेदन दिया. इसमें से बैंक द्वारा 1855 आवेदन दिया. इसमें से बैंक द्वारा 1855 आवेदन स्वीकृत करते हुए कुल 961.71 लाख रुपये का ऋण दिया गया.
इसी प्रकार शिक्षा ऋण के लिये कुल 148 आवेदन नये में दिये गये व बैंकों ने 184 लोगों को 614.27 लाख का ऋण दिया. वहीं केसीसी नवीकरण के तहत 2211 लोगों के बीच 435.68 लाख रुपये का ऋण दिया गया. जबकि अन्य कृषि ऋण में 643 लोगों के बीच 535 .32 लाख रुपये का ऋण स्वीकृत किया गया.
ग्रामीण बैंक सबसे अव्वल
26 नवंबर को लगे कैंप में ऋण देने में उत्तर बिहार क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक सबसे अव्वल रहा. इस बैंक ने केसीसी, शिक्षा व अन्य ऋण मिला कर कुल 9 करोड़ 3 लाख 31 हजार रुपये ऋण स्वीकृत किया जबकि पीएनबी ने 5 करोड़ 95 लाख 67 हजार, एसबीआइ ने 5 करोड़ 39 35 हजार, इंडियन ओवरसीज बैंक ने 22 लाख 86 हजार, ओबीसी बैंक ने चार लाख 50 हजार, बीओआई ने 57 लाख 25 हजार, आइडीबीआइ ने 12 लाख 50 हजार, इंडियन बैंक ने 11 लाख 50 हजार रुपये, इलाहाबाद बैंक ने एक करोड़ 18 लाख
एक हजार रुपये, यूनियन बैंक ने 17 लाख 50 हजार, केनरा बैंक ने 37 लाख 21 हजार रुपये, बीओबी ने 62 लाख 44 हजार रुपये, यूको बैंक शून्य व सेंट्रल बैंक ने एक करोड़ 64 लाख रुपये ऋण दिया है.
क्या कहते हैं अधिकारी
इस बाबत जिला कृषि पदाधिकारी केके झा ने बताया है कि यदि कुछ दिनों का समय मिलता तो काफी अधिक किसानों से आवेदन संग्रहित किया जाता. उन्होंने इस कैंप को किसान के लिये काफी उपयोगी बतायी है.