मधुपुर/ चितरा: झारखंड राज्य के गठन के 14 वर्ष हो चुके हैं, लेकिन विकास की किरण अब तक धरातल पर नहीं उतरी है. अलग राज्य गठन के आंदोलनकारियों को अब तक उनके हक से महरूम रखा गया है. उक्त बातें पूर्व सांसद सूरज मंडल ने प्रेस वार्ता के दौरान स्थानीय किसान भवन में कही.
श्री मंडल ने कहा कि स्थानीय सांसद के कार्यकाल में अब तक कुछ भी धरातल पर नहीं दिखा है. सिर्फ बयानबाजी से सुर्खियों में रहना उनकी नियति बन गयी है.
क्षेत्र की जनता काम चाहती है न कि बयान. पूर्व सांसद सूरज मंडल ने कहा कि उनके संसदीय काल में उन्होंने कई योजनाओं को धरातल पर लायें, जिन योजनाओं को प्रस्ताव में लिया गया था. आज वहीं योजनाओं की स्वीकृति हो रही है व इसका श्रेय स्थानीय सांसद उठाने में लगे हैं. उन्होंने झामुमो व कांग्रेस गठबंधन की सरकार को मात्र लूट की सरकार बताया. उन्होंने कहा कि झारखंड आंदानकरियों को यह सरकार आज तक पेंशन भी चालू नहीं कर पायी है. राज्य से बालू का भी तस्करी किये जाने पर उन्होंने खेद प्रकट किया. कहा कि राज्य में पदाधिकारियों के ट्रांसफर-पोस्टिंग का खेल चल रहा है.
चितरा अतिथिशाला में कोयरी प्रबंधन के साथ बैठक की. उन्होंने कहा कि झारखंड में जितनी भी सरकारें आयी किसी तरह की एक भी बहाली नहीं कर पायी. जिससे बेरोजगार युवा भटकने को मजबूर हैं. चितरा कोलियरी में 256 लोग बिना काम किये हुए वेतन लेते हैं. उन्हें जल्द अन्यत्र स्थानांतरण किया जाय. कोलियरी व आसपास के लोग कोलियरी को जमीन देने के बावजूद कोलियरी को अपना जमीन नहीं सौंपा है. जबकि वह लोग नौकरी लेकर सेवानिवृत भी हो गये व अभी भी खेती करते हैं. उक्त जमीन का जांच कर प्रबंधन अधिगृहित करे. सूरज मंडल ने चितरा कोलियरी के महाप्रबंधक जीतेंद्र तिवारी व उपमुख्य कार्मिक प्रबंधक बीएन पांडेय के साथ बैठक कर विस्थापितों की समस्याओं को जल्द सुलझाने के लिए कहा.