भागलपुर: राष्ट्रीय महालोक अदालत में शनिवार को 2379 मामलों का निष्पादन किया गया. मामलों के निष्पादन के लिए व्यवहार न्यायालय परिसर में 16 बेंच का गठन किया गया था. लगभग साढ़े नौ बजे जिलाधिकारी व जिला सत्र न्यायाधीश ने महालोक अदालत की शुरुआत की. जिला एवं सत्र न्यायाधीश भी राष्ट्रीय महालोक अदालत की देखरेख कर रहे थे. भीड़ को देखते हुए अतिरिक्त दो और बेंच का गठन किया गया. सुबह से ही पक्षकारों की काफी भीड़ जमा थी. पीरपैंती, शिवनारायणपुर, नाथनगर, सुल्तानगंज, सबौर से पक्षकारों की भारी भीड़ जमा थी. पूरे परिसर में राष्ट्रीय महालोक अदालत के कर्मचारी बाहर से आये पक्षकारों को उनके बेंच की तरफ भी पहुंचा रहे थे.
सबसे अधिक आपराधिक व बैंक संबंधी मामले
राष्ट्रीय महालोक अदालत में आये हर पक्षकारों के चेहरे पर खुशी का भाव दिखाई दे रहा था. खुशी के भाव इसलिए थे कि जिस बैंक में उन्हें बार-बार दौड़ाया जाता था आज उस मामले का महज कुछ घंटों में निष्पादन हो जायेगा.
33 साल बाद मिला नोटिस
शिवनारायणपुर से आये बुजुर्ग चतुभरुज पासवान ने कहा कि 33 साल पहले साढ़े चार हजार का लोन लिया था. बैंक वाले ने ही भैंस खरीद कर दिया था. एक महीने बाद ही भैंस मर गया. उसके बाद भी से इधर लोनवाली नोटिस नहीं आयी.