रानीश्वर : कृषि ऋण कथित तौर पर रिश्वत लेने के मामले में भारतीय स्टेट बैंक के आसनबनी शाखा के शाखा प्रबंधक सहित कुल सात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. उपायुक्त हर्ष मंगला के निर्देश पर शनिवार को प्रखंड विकास पदाधिकारी गौतम कुमार भगत ने यह प्राथमिकी दर्ज करायी है.
मामले में शाखा प्रबंधक के साथ-साथ तत्कालीन कैशियर दिलीप बाउरी तथा बिचौलिया आसनबनी व मोहलबना के संजीव कुमार, अख्तर अंसारी, पिंटू अंसारी, समीम अंसारी, राजकुमार वर्मा एवं विनोद सिंह को आरोपी बनाया गया है.
जो जानकारी मिली है, उसके मुताबिक शमीम अंसारी की कुछ दिनों पहले मृत्यु हो गयी है. प्राथमिकी के मुताबिक एसबीआइ आसनबनी से कृषि ऋण उपलब्ध कराने के एवज में बैंककर्मियों की मिलीभगत से किसान मित्र एवं बिचौलियों ने दर्जनों किसानों से चार से नौ हजार रुपये तक रिश्वत ऐंठ लिया था.
इस मामले में सात सितंबर को राजकुमार वर्मा एवं विनोद सिंह के खिलाफ उपायुक्त से शिकायत की गयी थी. 27 अक्तूबर को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जब क्षेत्र भ्रमण के क्रम में पहुंचे थे, जब उनसे भी इस मामले की शिकायत की गयी थी. उसी दिन सीएम ने प्राथमिकी दर्ज कराने का निर्देश दिया था. अनुमंडल पदाधिकारी ने इस मामले में जांच की थी. जांच रिपोर्ट के आधार पर इन सबों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी गयी. प्राथमिकी में शाखा प्रबंधक को नामजद अभियुक्त नहीं बनाये जाने से क्षेत्र में यह चर्चा का विषय बना हुआ है.