भागलपुर: पूर्वी बिहार के एक मात्र बड़े अस्पताल जेएलएनएमसीएच में पिछले कई दिनों से मरीजों को स्लाइन तक नहीं मिल रही है. मरीजों के इलाज के लिए बाहर की दुकानों से स्लाइन खरीदनी पड़ती है.
इस वजह से इमरजेंसी सहित अन्य विभागों में इलाज कराने आये मरीजों के परिजनों और स्वास्थ्य कर्मियों के बीच कहा-सुनी भी आम बात हो गयी है. शुक्रवार को भी इमरजेंसी में मौजूद कई स्वास्थ्य कर्मियों से परिजनों की बकझक हुई. इस संबंध में अधीक्षक डॉ विनोद प्रसाद का कहना है कि दवा मौजूद है. कुछ दवा आपदा वाले विभाग में है और कुछ दवा पटना से आनेवाली ट्रक में लगा हुआ है. आरएल, मैनीटॉल वगैरह दवाइयां अस्पताल में मौजूद है.
परिजनों की बात
नाम नहीं छापने की शर्त पर परिजनों ने बताया कि सड़क दुर्घटना में घायल मेरे मरीज को मेनीटॉल बाहर की दुकान से लाने को कहा गया. वहीं शिशु विभाग में भरती लूज मोशन व डायरिया से ग्रसित मरीजों के परिजनों ने बताया कि आरएल भी बाहर से ही खरीदे हैं. अस्पताल के हड्डी, स्त्री एवं प्रसव के साथ सजर्री विभागों में भरती मरीजों के परिजनों ने कहा कि हमलोग डीएनएस सहित अन्य दवाओं को बाहर से ही खरीदे हैं.