पूर्णिया में धन संपदा की अकूत संभावना
गुलाबबाग: पूर्णिया सिटी के सराय मंदिर पटना से पुरातत्व विभाग की टीम पूर्णिया पहुंची. सिक्कों का निरीक्षण किया और खुदाई स्थल पर पहुंच प्राचीन भवन के जमींदोज अवशेषों को देख कर कहा कि यहां धन संपदा की संभावनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता है. इसकी जांच रिपोर्ट वरिष्ठ अधिकारी को सौंपी जायेगी. दरअसल पिछले पांच दिनों से पूर्णिया सिटी के सराय दुर्गा मंदिर परिसर में मंदिर निर्माण को लेकर हुई मिट्टी के घड़ों के साथ चांदी का प्राचीन सिक्का निकला था. सिक्का जहां मंदिर कमेटी के मुतल्लिक नौ उनके हाथ लगे वहीं भारी मात्र में सिक्का लूटे जाने की बात भी स्थानीय लोगों के माध्यम से आयी. हाय तौबा मचती रही, लेकिन जैसे ही इसकी खबर जिला प्रशासन को लगी मिट्टी कटाई रोक कर खुदाई स्थल की घेराबंदी करा दी गयी साथ ही पुलिस चौकसी भी बढ़ा
दी गयी.
इसके बाद जिला प्रशासन की रिपोर्ट पर पुरातत्व विभाग की तीन सदस्यीय टीम सदर अनुमंडल अधिकारी के नेतृत्व में सदर थाना पहुंची. पुरातत्व विभाग के अधिकारियों ने सदर पुलिस को सुपुर्द सिक्कों की जांच की. मंदिर कमेटी द्वारा दिये गये मालुमात की जानकारी हासिल कर खुदाई स्थल पर पहुंच जगह का मुआयना किया. मालूम हो कि पटना से आये पुरातत्व विभाग के सदस्यों में सत्यदेव राय, निरीक्षक, सहायक निरीक्षक नंद गोपाल कुमार ने मंदिर परिसर में खुदाई वाली जगहों का निरीक्षण किया. मिट्टी कटाई के बाद उभरे कुछ दीवारों के निशान जिसे देखने के उपरांत टीम के सदस्यों ने उसे सैकड़ों वर्ष पुराना भवन बताया. वहीं इस दौरान मिले मिट्टी के बरतन, चीलम एवं मिट्टी के कई टूटे सामानों को देखने के उपरांत टीम के सदस्यों ने इसे मुगलकालीन होने की संभावना जतायी.
कई जगहों पर गयी टीम
पटना से पूर्णिया सिटी पहुंची पुरातत्व विभाग की टीम ने सराय दुर्गा मंदिर परिसर के अलावा सिटी के ही जाफरी बाग स्थित कथित रूप से नन्हा वावू के सैकड़ों वर्ष पुराने तालाब एवं चीमनी बाजार स्थित 30 अगस्त को खुदाई के दौरान मिर्जापुर में मिले सिक्के वाले स्थल का भी निरीक्षण किया.
संग्रहित किये नमूने
खुदाई वाली जगहों पर पहुंची पुरातत्व विभाग की जांच टीम ने सिटी के सराय मंदिर परिसर से मिले मिट्टी के बरतन एवं अन्य सामानों के साथ जमींदोज भवन के दीवारों से नमूने संग्रहित किया.