पुरनहियाः प्रखंड में कई ऐसे प्राथमिक व मध्य विद्यालय है जहां शिक्षक के साथ-साथ वर्ग कक्ष की भी कमी है. वहीं कई स्कूल भवनहीन तो कई भूमिहीन है. आदर्श मध्य विद्यालय, अशोगी के पास उक्त सब कुछ है, बावजूद कुछ समस्याएं हैं, जिसका निदान अब तक नहीं हो सका है. जिले का यह पहला विद्यालय है, जिसके भवन व परिसर के ऊपर से 11 हजार व 440 वोल्ट का बिजली का तार गुजरा है. तार के चलते स्कूल का विकास बाधित है.
प्रथम तल पर अतिरिक्त वर्ग कक्ष का निर्माण बाधित है. यह विद्युत तार के चलते हीं है. स्कूल भवन खंडहर बनता जा रहा है. कई बार ऐसा हुआ है कि विद्युत तार टूट कर गिरने से बच्चें बाल-बाल बचे हैं. तार के चलते शिक्षक व बच्चे अप्रिय घटना को ले बराबर सशंकित रहते हैं. पूर्व प्रधान शिक्षक रवींद्र झा ने उक्त तार की बाबत विद्युत एसडीओ, डीइओ व विभागीय आयुक्त को सूचना दी थी. तार हटाने की दिशा में कोई कार्रवाई नहीं की गयी. कुछ वर्ष पूर्व तत्कालीन डीएम सुरेश प्रसाद सिंह को स्कूल के निरीक्षण के क्रम में विद्युत तार से होने वाली समस्या से अवगत कराया गया था. 15 दिनों में इस समस्या से निजात दिलाने की बात कही थी. वे जब तक कोई कार्रवाई करते, यहां से तबादला हो गया.
किससे नहीं कहा गया
स्कूल प्रबंधन में तार की समस्या की बाबत तत्कालीन एसडीओ हिरामुनी प्रभाकर के अलावा वर्षो पूर्व सांसद व विधायक को भी अवगत कराया गया. कार्रवाई का आश्वासन हर किसी ने दिया, पर स्कूल प्रबंधन को दु:ख है कि अधिकारी व जनप्रतिनिधि आश्वासन भूल गये.
आंदोलन को भूले साहू
बिहार नव निर्माण के केंद्रीय अध्यक्ष शत्रुघ्न साहू ने मार्च में ही स्कूल का भ्रमण कर तार की बाबत बड़ी-बड़ी बात कही थी. कहा था कि एक माह के अंदर तार हटाने की कार्रवाई की जायेगी. ऐसा नहीं होने पर उनके द्वारा आंदोलन किया जायेगा. यह बात कह कर गये तब से न दोबारा स्कूल में आये और न ही उनका आंदोलन शुरू हुआ. प्रबंधन श्री साहू के आंदोलन का अब भी इंतजार कर रहा है.