इस्लामाबाद : पाकिस्तान के छावनी शहर रावलपिंडी में गुटीय हिंसा के बाद लगाया गया कर्फ्यू आज हटा लिया गया. शहर में भड़की हिंसा में कम से कम 10 लोग मारे गए थे. शहर प्रशासन ने कर्फ्यू हटाने के बाद सड़कों से अवरोधक हटा लिए और लोग खाने पीने तथा अन्य जरुरी चीजें खरीदने के लिए अपने घरों से बाहर निकले. कर्फ्यू की वजह से रावलपिंडी के बाहर फंसे लोग भी शहर के अंदर आ गए क्योंकि सील किए गए प्रवेश और निकास द्वार खोल दिए गए.
जिला समन्वय अधिकारी सज्जद जफर डुल की अध्यक्षता में हुई अधिकारियों की बैठक में कर्फ्यू हटाए जाने का फैसला किया गया. हालांकि, अगले आदेश तक ऐहतियात के तौर पर शहर में पांच या इससे अधिक लोगों को एकत्र होने से रोकने के लिए धारा 144 लागू रहेगी. शहर में दो दिन तक कर्फ्यू रहा जिससे आम जनजीवन प्रभावित रहा और लोगों के पास आवश्यक वस्तुओं की कमी हो गई. किसी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए सेना और रेंजर्स अलर्ट पर रहेंगे.
शुक्रवार को हुई हिंसा में शहर में 10 लोग मारे गए थे और 44 अन्य घायल हो गए थे. इसके बाद सेना बुला ली गई थी और कर्फ्यू लगा दिया गया था. हिंसा उस समय भड़की थी जब शिया लोग राजा बाजार से मोहर्रम का जुलूस निकाल रहे थे. कर्फ्यू हटाए जाने का लोगों ने स्वागत किया है. खबरों के अनुसार कर्फ्यू के दौरान बहुत से दुकानदारों ने कालाबाजारी शुरू कर दी थी और 20 किलोग्राम आटे की थैली 1000 रुपये तक में बिकी थी.