चेन्नई : गत चैम्पियन विश्वनाथन आनंद के हाथों से खिताब निकल रहा है और उन्हें वापसी करने के लिये एकजुट होकर नार्वे के मैग्नस कार्लसन के खिलाफ विश्व शतरंज चैम्पियनशिप मैच में सर्वश्रेष्ठ प्रयास करने होंगे.अभी तक 4.2 का स्कोर कार्लसन के पक्ष में है और महज छह बाजियां खेली जानी बाकी हैं. नार्वे का यह युवा खिलाड़ी अपनी पहली विश्व चैम्पियनशिप में अपना पहला खिताब जीतने के लिये पटरी पर चल रहा है.
कार्लसन ने अभी तक मैच में दबदबा बनाये रखा है और आनंद को अगर बचे हुए मैचों में बने रहना है तो उन्हें दमखम वाला प्रदर्शन करना होगा. कार्लसन को अगले छह मैचों में खुद को साबित करने के लिये केवल 2.5 अंक की जरुरत है. चैम्पियनशिप का आरंभ उम्मीद के मुताबिक हुआ लेकिन किसी ने भी उम्मीद नहीं की थी कि आनंद इतनी आसानी से हार मान लेंगे. गत चैम्पियन खिलाड़ी दबाव महसूस कर रहा है और पिछली दो हार से निश्चित रुप से उनका मनोबल गिरेगा ही.
कार्लसन ने प्रबल दावेदार के रुप में शुरुआत की और वह अभी तक इस पर कायम हैं. शतरंज देखने वाला हर कोई उनकी शैली से वाकिफ है, जो लंबी और थकाने वाली चाल से मुकाबला पेचीदा बना देते हैं और फिर अपने प्रतिद्वंद्वी को गलतियां करने पर मजबूर कर देते हैं.