बेतियाः आपसी सौहार्द व भाईचारे को कायम करने को लेकर मंगलवार को नगर थाना में ऐतिहासिक निर्णय हुआ. नगर थाना परिसर में एएसपी (अभियान) राजेश कुमार, एसडीओ रामाशंकर, एसडीपीओ रामानंद कुमार कौशल के नेतृत्व में आयोजित शांति समिति की बैठक में लिये गये इस ऐतिहासिक निर्णय में एक नयी पहल की शुरूआत बेतिया से की जा रही है.
थानाध्यक्ष बिमलेंदू कुमार के अनुसार दोनों समुदायों के जनप्रतिनिधियों व इमारते सरिया के निर्देश के आलोक में जो निर्णय लिये गये है, उसके अनुसार मुहर्रम का जुलूस रात्रि में नहीं निकाला जायेगा. इसके साथ ही दिन में जो जुलूस निकलेगा वह भी शांति मार्च के रूप में निकाला जायेगा. बैठक में हुए इस ऐतिहासिक निर्णय पर पहल करने की सहमति दोनों समुदायों के लोगों ने दी है. जिसका आगाज बेतिया की भूमि से पहली बार किया जा रहा है. यहां बता दें कि इसके पूर्व मुहर्रम का जुलूस संध्या कालीन निकलता था. जिसमें शामिल कतिपय असामाजिक तत्व कई बार आपसी सौहार्द को बिगाड़ने का असफल प्रयास कर चुके हैं.
लेकिन इस बार मुहर्रम के अवसर पर जो भी जुलूस निकाला जायेगा शांति मार्च के रूप में निकाला जायेगा. कहा जा रहा है कि यह पहल आपसी भाईचारे व सौहार्द को बढ़ावा देने में कारगर साबित होगा. इसके साथ ही बैठक में कई आवश्यक निर्देश दिये गये हैं. मौके पर डीसीएलआर, नप सभापति जनक साह, पुलिस निरीक्षक, कई पुलिस अधिकारियों के साथ मो. इकबाल, आफताब आलम, मोबारक अंसारी, मो. तुफैल, मो. फैयाज, जहांगीर आलम, मो. कलाम, मो. एजाज, चंद्रशेखर सिंह सहित कई जनप्रतिनिधि, जुलूस संचालक, नगर के गणमान्य व कई पुलिस अधिकारी उपस्थित थे. सदर एसडीपीओ श्री कौशल ने बताया कि आपसी सहमति से शांतिपूर्ण जुलूस निकालने का ऐतिहासिक निर्णय लिया गया है. बावजूद पुलिस अधीक्षक के निर्देश के आलोक में सभी जुलूस के साथ पुलिस का गश्ती दल शामिल रहेगा.