पटना सिटी: महात्मा गांधी सेतु व एनएच पर दूसरे दिन गुरुवार को भी भीषण जाम का सामना करना पड़ा. धूल व वाहनों से उठ रहे धुंए में फंसे यात्री बेदम हो रहे थे . खासी मुसीबत स्कूली बच्चों को उठाना पड़ी. बच्चे सुबह में स्कूल, तो पहुंच गये, लेकिन घर वापस देर से पहुंचे.
क्या वजह थी जाम की
वाहनों के बेतरतीब परिचालन व ओवरटेक की वजह से ट्रक, बस व ऑटो समेत अन्य वाहन जहां- के -तहां फंसे थे, जबकि डिवाइडर के पास मरम्मत कार्य चलने से परिचालन काफी दिनों से वन वे है. इससे भी जाम लग रहा है. गांधी सेतु पर सुबह आठ बजे से ही जाम लग रहा था. जाम की यह समस्या देर शाम तक बनी रही. एनएच पर भी स्थिति भी काफी गंभीर बनी थी.
जेठुली के पास से वाहन ओवरटेक कर निकल रहे थे, जिस कारण जाम लगा था. करमलीचक के रास्ते छोटे वाहन निकल रहे थे,जबकि बड़े वाहनों का रास्ता नहीं मिल पा रहा था. ट्रकचालक सुखदेव सिंह ने बताया कि दो घंटे से नंदलाल छपरा के पास फंसे हैं. एनएच व सेतु पर जाम की समस्या से यात्री दो दिनों से जूझ रहे हैं, लेकिन प्रशासनिक अधिकारी इस मामले में कतई गंभीर नहीं दिखते . पुलिस उस वक्त ही जाम को हटाने के लिए सक्रिय होती है,जब किसी वीआइपी मूवमेंट होता है.
कारगर नहीं हैं योजनाएं
सेतु व एनएच पर जाम की समस्या से निबटने के लिए पूर्व पर्याप्त संख्या में बल की तैनाती हुई थी. वहीं, हाइवे मोबाइल की प्रतिनियुक्ति हुई थी. जीरो माइल व दीदारगंज चेक पोस्ट के पास भारी वाहनों को रोस्टर में छोड़ा जाता था, लेकिन यह व्यवस्था हाल के दिनों में समाप्त होने से जाम की समस्या काफी बढ़ गयी है.