मुजफ्फरपुर: पटना में हुंकार रैली में हुए सीरियल बम धमाके के सिलसिले में एनआइए की छह सदस्यीय टीम इंस्पेक्टर बीबी पाठक व परवेज अहमद के नेतृत्व में बुधवार को अहियापुर थाना क्षेत्र के शाहदुल्लापुर स्थित सर सैयद कॉलोनी में मिडिल स्कूल के रिटायर्ड शिक्षक अनीश आलम के घर छापेमारी की.
छापेमारी के दौरान एनआइए की टीम ने उनके घर से 9 सामान को जब्त किया है. जब्त किये गये सामान में सोनी कंपनी का लैपटॉप, एक आइ पैड , पेन ड्राइव, सीडी, ड्राइवर, तीन मजहबी किताब, एक संदेहास्पद पत्र सहित अन्य सामान शामिल है. पौने पांच घंटे तक छापेमारी के दौरान एनआइटी के टीम ने घर के कई सामान को सर्च किया है.
पौने पांच घंटे तक छापेमारी के बाद रात साढ़े आठ बजे के करीब एनआइए की टीम रवाना हुई. बताया जाता है कि रिटायर्ड शिक्षक के छोटे पुत्र आफताब आलम को दिल्ली में एनआइए की टीम ने सोमवार को ही गिरफ्तार कर लिया था. वह अपनी पत्नी को एयरपोर्ट पर रिसिव करने गया था. उसकी पत्नी शादी के बाद पहली बार पाकिस्तान से भारत आ रही थी. कटरा थाना क्षेत्र के उफरौली निवासी अनीश आलम के तीन पुत्र है. बड़ा बेटा मरगुब आलम द गाइडेंस आइटीआइ नाम से इंस्टीच्यूट चलाता है. वह इस कंपनी का निदेशक भी है. वही छोटा बेटा आफताब आलम इसी इंस्टीच्यूट का चेयर मैन है. इधर, एनआइटी की टीम ने कुछ भी खुलासा करने से परहेज कर रही है. छापेमारी टीम में काजीमोहम्मदपुर थानाध्यक्ष केके कुरैशी, मिठनपुरा थानाध्यक्ष बीसी लाल, नगर थानाध्यक्ष जितेंद्र प्रसाद, अहियापुर थानाध्यक्ष सुनील कुमार शर्मा, एनआइए के अंजय दत्ता सहित अन्य लोग शामिल थे.
मनियारी के मीरपुर में छापेमारी
एनआइए की टीम ने मंगलवार की देर रात मनियारी थाना क्षेत्र के मीरपुर व छितरौली गांव में छापेमारी की. एनआइए की टीम मो अली नाम के व्यक्ति की तलाश कर रही थी, लेकिन छापेमारी के दौरान पता चला कि वह कोलकाता गया हुआ था. बताया जाता है कि मो अली मूल रुप से दरभंगा जिले का रहने वाला है. उसका ननिहाल मीरपुर में है. वह मीरपुर में ही रह कर शिक्षा ग्रहण किया था. टीम के सदस्यों के साथ दरभंगा से पकड़ा गया एक व्यक्ति भी था. उसी की निशानदेही पर मीरपुर में छापेमारी की गयी थी. कुरता-पायजामा पहने उस व्यक्ति को एनआइए की टीम घेरे में लेकर चल रही थी. मंगलवार की रात दस बजे के करीब एनआइए की टीम मुजफ्फरपुर पुलिस से संपर्क कर छापेमारी में सहयोग करने को कहा था. मीरपुर में छापेमारी के दौरान सफलता नहीं मिलने पर दरभंगा से पकड़े गये व्यक्ति को बुधवार की सुबह पटना से आयी दूसरी टीम के हवाले कर दिया गया था.