मोतिहारी/पटनाः सीरियल ब्लास्ट मामले में कल्याणपुर थाना के अलौला गांव से पकड़ा गया अरशद इंडियन मुजाहिदीन का आतंकी निकला. अरशद उर्फ तबिश नेयाज को पटना पुलिस बुधवार की शाम पटना ले गयी , उसे जेल भेज दिया गया. इसे पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी. अरशद का नाम नामजद प्राथमिकी में नहीं था. अनुसंधान के क्रम में उसकी संलिप्तता का पता चला और पटना पुलिस की एक टीम मोतिहारी गयी. 24 घंटे की मशक्कत के बाद पुलिस को अरशद उर्फ तबिश नेयाज को पकड़ने में कामयाबी मिली.
बताया जाता है कि यह पहले कोलकाता में सन्नी नामक एनजीओ में काम करता था और कुछ दिनों पहले ही काम छोड़ कर घर बैठा था. पूछताछ के क्रम में इसने घटना में अपनी संलिप्तता को स्वीकार कर ली है. उन्होंने बताया कि इंडियन मुजाहिदीन का सदस्य हैदर और उसने रांची के डोरंडा कॉलेज से ही इंटर व स्नातक की पढ़ाई साथ की है. उसी दौरान उससे दोस्ती हो गयी थी. एक साल पहले उसे हैदर ने अपनी टीम में शामिल कर लिया.
रेकी करने आया था पटना . पुलिस को इसने जानकारी दी है कि यह आठ अक्तूबर को पटना पहुंचा था और 10 अक्तूबर तक वह एक होटल में रहा. इस दौरान घटना को अंजाम देने के लिए पटना जंकशन व गांधी मैदान के एक-एक स्थान का निरीक्षण किया. 11 अक्तूबर को वहां से जाने के बाद ही उसने तहसीन उर्फ मोनू और हैदर को वहां की सारी स्थिति की जानकारी दी. इसके बाद हुंकार रैली के दिन बम ब्लास्ट की योजना रांची में बनायी गयी. घटना के दिन सुबह में सभी रांची से बम लेकर पटना पहुंचे और घटना को अंजाम दिया गया. घटना को अंजाम देने के बाद सभी आतंकियों को वापस मोतिहारी लौटना था. मोतिहारी में कुछ दिन रहने के बाद अपने-अपने गंतव्य पर जाने का निर्देश दिया गया था.
20 बम लेकर पटना आये थे आतंकी
अरशद से पूछताछ के बाद पुलिस को जानकारी मिली है कि 20 बम लेकर आतंकी पटना पहुंचे थे, जिनमें 18 बमों की जानकारी हो चुकी है. दो बम और भी बचे हैं. इसके लिए सर्च अभियान जारी है.एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि अरशद के खिलाफ तमाम साक्ष्य मौजूद हैं. उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ की जायेगी.अरशद के मां–बाप से पूछताछ : स्पेशल ब्रांच के दरोगा फुदेना बैठा व मनोज कुमार बुधवार को कल्याणपुर थाना क्षेत्र के अलौला गांव में सीरियल बम बलास्ट के मामले में हिरासत में लिये गये अरशद के घर आये. इन अधिकारियों ने अरशद के पिता मो मुस्तकिम तथा माता अकिला खातुन से पूछताछ की.
पूछताछ के क्रम में पिता ने बताया कि वह रांची में रहकर फौजियों व जवानों के कपड़े की सिलाई करते थे. उनके साथ अरशद ने भी रांची में ही रहकर स्नातक तक की शिक्षा हासिल की. शिक्षा पूरी होने के बाद वह रांची के हटिया के निजी स्कूल में पढ़ाता था. इधर उसकी माता अकिला ने बताया कि उन्हें पता भी नहीं चला कि आखिर उनके बेटे को क्यों हिरासत में लिया गया. वह पिछले आठ माह से गांव में रहता था. और वहीं शिक्षक की नौकरी के लिए टीइटी का परीक्षा दिया है. उसकी माता ने अरशद को बिल्कुल निदरेष बताया. गौरतलब है कि वह चार भाई व पांच बहन है और वह अपने माता पिता का सबसे छोटी संतान है. इस बाबत दरोगा बैठा ने बताया कि जांच पड़ताल के लिए अरशद के घर आये थे. माता-पिता से प्राप्त जानकारी की रिपोर्ट उच्चधिकारी को सौंपा जायेगी.
इम्तेयाज व अरशद के बीच मोबाइल पर कई बार बातचीत होने के सबूत : आतंकी इम्तेयाज व उसके अन्य साथियों को अरशद के घर आकर अंडर ग्राउंड होना था. इससे पहले पटना में इम्तेयाज पकड़ा गया. पटना सीरियल ब्लास्ट से पहले इम्तेयाज व अरशद के बीच मोबाइल पर कई बार बातचीत होने के सबूत भी मिले हैं. इतना ही नहीं इम्तेयाज के पास से बरामद पेन ड्राइव में लोड सैकड़ों मोबाइल नंबरों में एक नंबर अरशद के मोबाइल का भी था.