।। दक्षा वैदकर।।
एक मजेदार कहानी सुनें. एक बार एक व्यक्ति ने अनोखा कुत्ता खरीदा. उस कुत्ते की खासियत थी कि वह पानी पर चल सकता था. उसने सोचा कि क्यों न इसे अपने दोस्त को दिखाऊं. उसने अपने दोस्त को घर पर बुलाया और उसके सामने पानी में तैर रहे बत्तख का शिकार किया. बत्तख पानी में पड़ा रहा. व्यक्ति ने अपने कुत्ते से कहा कि बत्तख को उठा लाओ. कुत्ता पानी पर चल कर बत्तख को उठा लाया. व्यक्ति ने सोचा कि उसका दोस्त उसके कुत्ते की तारीफ करेगा, लेकिन दोस्त कुछ न बोला. व्यक्ति से रहा न गया, उसने दोस्त से पूछा, .तुम्हें मेरे कुत्ते में कोई खास बात दिखी?. दोस्त बोला, .हां, तुम्हारा कुत्ता पानी में तैर नहीं सकता..
यह कहानी हमें बताती है कि नुक्स निकालनेवाले लोग हर चीज में नुक्स निकाल सकते हैं. इन लोगों का काम ही होता है हर चीज में नकारात्मक पहलू को उठा लेना. ये लोग किसी के भी जोश को अपनी नुक्स निकालने की आदत से कमजोर कर सकते हैं. ऐसे लोगों को हम दूसरे शब्दों में .एनर्जी सकर. यानी ऊर्जा को चूसनेवाला कह सकते हैं. ये पेशेवर आलोचक हैं. ये हर चीज में इस तरह कमियां निकालते हैं, मानो वे गलतियां निकालने की प्रतियोगिता में भाग ले रहे हैं और उन्हें इस प्रतियोगिता में जीतने पर पुरस्कार मिलनेवाला है. ये लोगों की शादी में जाते हैं, भर पेट खाना खाते हैं और बाहर निकलते हुए कहते हैं कि खाने में नमक कम था. ये लोग ऑफिस में भी अपने साथियों, कर्मचारियों, बॉस में कमियां निकालते हैं. ऐसे लोगों को एंर्डयू कार्नेगी से सीख लेनी चाहिए.
अमेरिका में स्टील बनानेवाली सबसे बड़ी कंपनी के मालिक बने एंर्डयू के साथ एक वक्त ऐसा भी आया, जब उनके साथ 43 करोड़पति काम करते थे. एक बार किसी ने उनसे पूछा- आप लोगों से कैसे पेश आते हैं? उन्होंने जवाब दिया- लोगों से पेश आना, काफी हद तक सोने की खुदाई करने जैसा ही है. हमको एक तोला सोना निकालने के लिए कई टन मिट्टी हटानी पड़ती है, लेकिन खुदाई करते वक्त हमारा ध्यान मिट्टी पर नहीं, बल्कि सोने पर रहता है. हमारा मकसद क्या है? जमीन में गहरे छुपे सोने को तलाशना.
बात पते की..
-हो सकता है कि किसी इनसान या हालात में कोई अच्छी बात साफ तौर पर दिखायी न दे रही हो, ऐसी हालत में हमें उसे गहरायी में तलाशना होगा.
-हर चीज में कमियां निकालना बंद करें. हर घटना के दो पहलू होते हैं. एक अच्छा और एक बुरा. आपको सफल होना है, तो केवल अच्छा पहलू चुनें.