कोलकाता: कालीपूजा के पहले प्याज की कीमत में किसी प्रकार की गिरावट नहीं आयेगी, लेकिन पूजा के बाद प्याज की कीमत कम हो जायेगी, क्योंकि तब तक महाराष्ट्र, कर्नाटक व आंध्र प्रदेश से पर्याप्त मात्र में प्याज यहां आ जायेगा.
यह जानकारी शुक्रवार को राज्य के कृषि विपणन मंत्री अरूप राय ने दी. उन्होंने बताया कि राज्य के बांकुड़ा जिले में भी प्याज का उत्पादन हुआ है और वहां से भी अगले दो सप्ताह के अंदर प्याज को विभिन्न बाजारों में भेजा जायेगा. इससे प्याज की कीमत काफी कम हो जायेगी.
प्याज के निर्यात पर राज्य सरकार ने पूरी तरह रोक लगा दी है. बांकुड़ा में उत्पादित प्याज को यहां से बाहर नहीं भेजा जायेगा, इसे राज्य के प्रयोग के लिए रखा जायेगा. उन्होंने कहा कि प्याज की बढ़ती कीमत के लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार है, क्योंकि यहां से प्याज को अन्य देशों में निर्यात किया जा रहा है, जिससे देश की मांग पूरी नहीं हो पा रही है. उन्होंने आबकारी विभाग के अधिकारियों को प्याज का निर्यात बंद करने के लिए हर संभव कदम उठाने का निर्देश दिया.
प्याज की आसमान छूती कीमतों के मद्देनजर पश्चिम बंगाल सरकार ने 40 स्टोर्स के जरिए 36 रपये किलो के भाव पर प्याज बेचने की व्यवस्था की है.
सरकार के पास प्याज की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए तत्काल कुछ कदम उठाने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं था. इसलिए राज्य सरकार पूरे राज्यवासियों का तो नहीं, लेकिन कुछ लोगों को कम कीमत पर प्याज मुहैया करा रही है.