ढाका: अगले आम चुनावों की देखरेख के लिए तटस्थ कार्यवाहक सरकार की मांग को लेकर देशभर में शुक्रवार को आयोजित मुख्य विपक्षी दल बीएनपी की रैलियों के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं और सुरक्षा बलों के बीच झड़पें हुईं जिनमें पांच लोगों की मौत हो गई और 300 से अधिक घायल हो गए.
बीएनपी प्रमुख खालिदा जिया ने एक विशाल रैली को यहां संबोधित करते हुए उनकी मांग पर वार्ता शुरु करने के लिए प्रधानमंत्री शेख हसीना को अल्टीमेटम दिया. पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर मांग स्वीकार नहीं की जाती है तो उनकी पार्टी 27 अक्तूबर से 60 घंटे की राष्ट्रव्यापी हड़ताल करेगी.दक्षिणपूर्वी काक्स बाजार में बीएनपी समर्थकों और सुरक्षाबलों के बीच झड़प में दो प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई. चांदपुर जिले में भी सुरक्षाबलों के साथ झड़प में दो प्रदर्शनकारियों की मौत हुई. एक प्रदर्शनकारी की मौत जालधका में हुई जब रैपिड एक्शन बटालियन ने जमात ए इस्लामी के समर्थकों पर गोलियां चला दीं.
इससे पहले, देशभर में बीएनपी और सत्तारुढ़ आवामी लीग द्वारा आयोजित रैलियों को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा कड़ी कर दी गई. जिया ने ढाका के सुहरावर्दी उद्यान में आयोजित रैली में कहा कि हम आपको (सरकार) दो दिन का समय देते हैं. अगर आप इस दौरान वार्ता के लिए कोई कदम नहीं उठाते हैं तो देशभर में 27 अक्तूबर से 60 घंटे की हड़ताल बुलाई जाएगी. बीएनपी की प्रमुख सहयोगी कट्टरपंथी जमात ए इस्लामी के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में इस रैली में शामिल हुए.
जिया ने चुनावों से तीन महीने पहले तटस्थ कार्यवाहक सरकार गठित करने के कानूनी प्रावधान का हवाला देते हुए कहा कि सरकार शुक्रवार तक ‘‘ गैरकानूनी ‘‘ हो जाएगी.जिया ने कहा कि लेकिन अगर सरकार वार्ता के लिए सकारात्मक प्रस्ताव देती है, हम बातचीत जारी रखेंगे लेकिन सड़कों पर आंदोलन भी जारी रहेगा. आंदोलन और बातचीत दोनों एक साथ चल सकते हैं.
जिया की घोषणा पर प्रतिक्रिया देते हुए आवामी लीग के प्रवक्ता मोहम्मद नासिम ने ‘‘ गतिरोध का रास्ता अपनाने ‘‘ के लिए उनकी आलोचना की और उनसे हड़ताल का आह्वान वापस लेने के लिए कहा. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री हसीना किसी भी समय जिया को फोन कर सकती हैं.