पटना: राजधानी में मेट्रो रेल परियोजना अब जमीन पर उतरने जा रही है. मेट्रो रेल के पांच कॉरिडोर का फिजिबिलिटी अध्ययन और डीपीआर तैयार की जानी है. इसके लिए नागरिकों से पांच मार्गो के बारे में सुझाव मांगे गये हैं.
परियोजना को तीन चरणों में पूरा किया जायेगा. राइट्स कंपनी द्वारा तैयार ड्राफ्ट रिपोर्ट में पांच मार्ग रेखाओं की सूची जारी की गयी है. नगर विकास विभाग के सचिव डॉ एस सिद्धार्थ ने मार्ग रूट को आम नागरिकों के लिए जारी करते हुए उनसे इन मार्गो के बारे में 11 नवंबर तक सुझाव मांगे हैं.
पहला चरण (कॉरिडोर 1-ए)
पहले चरण में दानापुर-मीठापुर, बाइपास चौक तक. वाया उच्च न्यायालय और पटना रेलवे स्टेशन होते हुए 14.5 किलोमीटर का मार्ग निर्धारित किया गया है. इस मार्ग में दानापुर से आरपीएस मोड़ तक ओवरग्राउंड, आरपीएस मोड़ से पटना रेलवे स्टेशन तक अंडरग्राउंड और पटना रेलवे स्टेशन से बाइपास चौक तक ओवरग्राउंड की डीपीआर बनायी जायेगी.
पहला चरण (कॉरिडोर 1-बी)
दीघा-हाइकोर्ट लिंक (5.5 किलोमीटर). कॉरिडोर 1-ए के हाइकोर्ट से आकर मिलेगा. आगे वाया पटना रेलवे स्टेशन से मीठापुर तक जायेगा. दीघा से शिवपुरी तक रेलवे लाइन के किनारे ओवरग्राउंड और आगे हाइकोर्ट तक अंडरग्राउंड होगा.
पहला चरण (कॉरिडोर-2)
पटना रेलवे स्टेशन से डाकबंगला चौराहा से प्रस्तावित अंतरराज्यीय बस पड़ाव वाया गांधी मैदान पटना मेडिकल कॉलेज, राजेंद्र नगर रेलवे स्टेशन से होते हुए अगमकुआं, गांधी सेतु तक (16 किलोमीटर). राजेंद्रनगर तक अंडरग्राउंड तथा आगे प्रस्तावित अंतरराज्यीय बस पड़ाव तक ओवर ग्राउंड मार्ग की योजना प्रस्तावित है.
दूसरा चरण (कॉरिडोर-3)
बाइपास चौक,मीठापुर से दीदारगंज भाया ट्रांसपोर्ट नगर एनएच-30 बाइपास के साथ साथ (13 किलोमीटर). बाइपास रोड के साथ-साथ ओवरग्राउंड मार्ग का प्रस्ताव भी है.
तृतीय चरण (कोरिडोर-4)
बाइपास चौक,मीठापुर से फुलवारीशरीफ,एम्स वाया अनिसाबाद के साथ-साथ एनएच-30 बाइपास तक 11 किलोमीटर. बाइपास रोड के साथ-साथ ओवरग्राउंड रेल पथ होगा