नई दिल्ली : राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण(एनजीटी )को नया पता ठिकाना मिलने जा रहा है क्योंकि कल यह अपने तीसरे स्थापना दिवस पर दिल्ली के लुटियंस जोन स्थित एक बड़े परिसर फरीदकोट हाउस में स्थानांतरित हो जाएगा.नए पते के अतिरिक्त एनजीटी की प्रधान पीठ को एक अतिरिक्त पीठ मिलेगी जिससे मामलों के भार को बांटा जा सकेगा. वर्तमान में मामले दक्षिण दिल्ली में दो अलग-अलग जगहों पर छोटे अस्थाई प्रबंधों से संचालित दो पीठों द्वारा निपटाए जा रहे हैं.
नए परिसर का कल उद्घाटन होगा जो उच्चतम न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद आवंटित हुआ है. शीर्ष अदालत ने सरकार को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी )को स्थानांतरित करने का निर्देश दिया था जो इस परिसर पर काबिज था. एनएचआरसी को अपनी जगह जनवरी 2013 में बदलनी थी, लेकिन यह हाल में ही स्थानांतरित हुआ है और इस देरी की वजह से एनजीटी को अपने नए कार्यालय के लिए इंतजार करना पड़ा.
उच्चतम न्यायालय ने एक वर्ष से अधिक समय पहले केंद्र को निर्देश दिया था कि प्राधिकरण को फरीदकोट हाउस आवंटित किया जाए जो 2010 में अपनी शुरुआत से ही वन विभाग के दक्षिण दिल्ली स्थित गेस्ट हाउस तथा भीकाजी कामा पैलेस के त्रिकूट हाउस में एक तल से अस्थाई प्रबंधों के जरिए कार्य करता रहा है. इस कदम से वकीलों और याचिकाकर्ताओं को फायदा होगा क्योंकि एक तरह से सभी पीठ एक ही छत के नीचे काम करेंगी और नया परिसर शीर्ष अदालत तथा उच्च न्यायालय के नजदीक भी होगा.