न्यूजीलैंड की 28 वर्षीय लेखिका एलिनोर कैटन अपने उपन्यास ‘द लूमिनरीज’ के लिए सबसे कम उम्र में मैन बुकर पुरस्कार जीतनेवाली लेखक बन गयी हैं. भारतीय मूल की अमेरिकी लेखिका झुंपा लाहिड़ी के उपन्यास ‘ द लोलैंड’ भी इस साल बुकर पुरस्कारों की होड़ में थी.
2013 का प्रतिष्ठित बुकर पुरस्कार न्यूजीलैंड की एलिनोर कैटन को उनके उपन्यास ‘द लुमिनरीज’ के लिए दिया गया है. बुकर पुरस्कारों के 45 साल के इतिहास में कैटन के 832 पेज के उपन्यास को अब तक का सबसे लंबा उपन्यास बताया गया है. उन्होंने ये उपन्यास उन्नीसवीं सदी की सोने की खानों पर लिखा है. कैटन ने यह उपन्यास 25 साल की उम्र में लिखना शुरू किया था.
मिली सराहना : जूरी के मुखिया रॉबर्ट मैकफार्लेन ने 848 पन्नोंवाले कैटन के दूसरे उपन्यास के लिए उनकी जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा, ‘द लुमिनरीज’ एक शानदार उपन्यास है, इसकी संरचना अद्भुतरूप से जटिल है. इसकी कथा शैली में पाठक को बांधे रखने की क्षमता है. इसमें सोने के जादुई संसार और उससे जुड़ी लालच का वर्णन किया गया है. पचास हजार पौंड का पुरस्कार जीतने के बाद कैटन ने अपने प्रकाशक का धन्यवाद दिया, जिन्होंने उसे अपने हिसाब से लिखने की आजादी दी. इस समारोह का आयोजन लंदन के गिल्डहॉल में हुआ. कैटन को पुरस्कार के साथ पचास हजार पाउंड की इनामी राशि भी दी गयी.
क्या कहती है पुस्तक : ‘द लुमिनरीज’ 1866 के न्यूजीलैंड की कहानी है, जब काफी लोग सोने की तलाश में स्वर्ण क्षेत्र आते थे. कहानी का नायक वाल्टर मूडी भी दौलत की तलाश में स्वर्ण क्षेत्र आता है, लेकिन जल्द ही वह स्वयं को स्थानीय लोगों से घिरा पाता है, जो कई अनसुलङो अपराधों की गुत्थी सुलझाने के लिए गुप्त बैठक कर रहे थे. एक अमीर आदमी लापता हो गया है. एक वेश्या ने आत्महत्या की कोशिश की है और एक गरीब शराबी के घर से अपार दौलत मिली है. मूडी इस रहस्य का हिस्सा बन जाता है. उसके सौभाग्य और दुर्भाग्य को कैटन ने बेहतर तरीके से उभारा है.
इस साल के पुरस्कार को डचेज ऑफ कार्नवेल कैमिला ने प्रस्तुत किया. मैकफार्लेन ने बताया कि दो घंटे की बहस के बाद जजों ने कैटन को विजेता घोषित करने का फैसला लिया. कनाडा में जन्मी कैटन न्यूजीलैंड में पली-बढ़ी हैं और वह मैन बुकर पुरस्कार जीतनेवाली न्यूजीलैंड की दूसरी लेखक हैं. इस साल नोवॉयलेट बुलावायो, जिम क्रेस, झुंपा लाहिड़ी, रु थ ओजेकी और कॉल्म टोइर्बिन को बुकर पुरस्कार के लिए चयनित किया गया था.