बोधगया: बौद्ध भिक्षुओं के वर्षावास के समापन पर 23 अक्तूबर को महाबोधि मंदिर परिसर में चीवर दान समारोह होगा. बोधगया मंदिर प्रबंधकारिणी समिति द्वारा आयोजित समारोह में बोधगया स्थित विभिन्न बौद्ध मठों में वर्षवास के दौरान प्रवास पर रहे बौद्ध भिक्षु शामिल होंगे. इसमें भिक्षुओं को भोजन के साथ ही उनके पहनने वाले वस्त्र (चीवर) सहित दैनिक उपयोग के सामान दान में दिये जाते हैं.
जानकारी के अनुसार, इसके बाद अन्य बौद्ध मठों में भी चीवर दान समारोह का आयोजन होगा. अब तक महाबोधि सोसाइटी ऑफ इंडिया(श्रीलंका मठ) में नौ व 10 नवंबर को, 13 नवंबर को आनंद बुद्ध विहार में, 14 नवंबर को बंगला देश बौद्ध मोनास्टरी में, 15
नवंबर को इंटरनेशनल मेडिटेशनसेंटर व चकमा मोनास्टरी में और 16 नवंबर को इंटरनेशनल बुद्धिष्ट वेलफेयर सोसाइटी (अमवां ठोकर)में चीवर दान समारोह का आयोजन होने की जानकारी मिली है.
इस बीच अन्य बौद्ध मठों में भी चीवर दान समारोह आयोजित किये जायेंगे. गौरतलब है कि बौद्ध परंपरा के अनुसार बरसात के समय बौद्ध भिक्षु एक ही स्थान पर प्रवास करते हैं व पूजा-साधना करते हैं. वह कहीं भ्रमण नहीं करते व किसी भी स्थिति में शाम होने से पहले वापस अपने प्रवास स्थल पर लौट आते हैं. यह क्रिया तीन माह तक निरंतर चलता है. इसे वर्षावास कहते हैं.