तेहरान : ईरान के शीर्ष वार्ताकार ने अपनी पूर्व की टिप्पणियों में सुधार करते हुए आज कहा कि जिनेवा में बड़ी शक्तियों को प्रस्तुत किया गया प्रस्ताव इस्लामी गणराज्य के परमाणु प्रतिष्ठानों के निरीक्षण दौरे को मंजूरी देता है.आधिकारिक समाचार एजेंसी इरना ने अब्बास अराकची के हवाले से कहा, ‘‘पहले कदम में इनमें से कोई मुद्दा शामिल नहीं है, लेकिन वे हमारे अंतिम कदम का हिस्सा हैं.’’उनसे पूछा गया कि क्या प्रस्ताव में परमाणु अप्रसार संधि (एनपीटी) के लिए अतिरिक्त प्रोटोकाल की कोई पेशकश शामिल की गई है, जो ईरान के परमाणु प्रतिष्ठानों के अघोषित निरीक्षण दौरों को मंजूरी देता है.
इरना ने मंगलवार को अराकची के हवाले से कहा था कि पेशकश में अतिरिक्त प्रोटोकाल का कार्यान्वयन ‘‘मौजूद नहीं है.’’ अतिरिक्त प्रोटोकॉल अंतरराष्ट्रीय परमाणु उर्जा एजेंसी (आईएईए) द्वारा किसी देश के परमाणु प्रतिष्ठान के मजबूत एवं अघोषित निरीक्षण की मंजूरी देता है और इसमें पमरणु ईंधन चक्र से संबंधित सभी गतिविधियों की सूचना देने की जरुरत होती है.
फिलहाल की व्यवस्था के अनुसार ईरान को परमाणु प्रतिष्ठान में विखंडनीय सामग्री के हस्तांतरण की तीन महीने पहले आईएईए को सूचना देनी होती है. एनपीटी पर हस्ताक्षर करने वाले देशों में शुमार ईरान ने 2003 और 2005 के बीच स्वेच्छा से अतिरिक्त प्रोटोकाल लागू किया था, लेकिन इसने इसका परमाणु मामला संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भेजे जाने पर इसे लागू करना बंद कर दिया.पिछले महीने अमेरिका के विदेश मंत्री जॉन केरी ने कहा था कि तेहरान द्वारा अतिरिक्त प्रोटोकाल स्वीकार किए जाने से ईरान के दशक पुराने परमाणु गतिरोध को दूर करने में मदद मिलेगी. अराकची ने मंगलवार को ईरान की परमाणु पेशकश के बारे में संक्षिप्त विवरण दिया था.