नयी दिल्लीः इशरत जहां मुठभेड़ मामले में अमित शाह सीबीआई के जांच के घेरे में आ गये हैं. सीबीआई ने शनिवार को शाह से लगभग पांच घंटे तक पूछताछ की. नरेंद्र मोदी के नजदीकी अमित शाह गुजरात के पूर्व गृह मंत्री रह चुके हैं उन पर सोहराबुद्दीन शेख फर्जी मुठभेड़ का मामला दर्ज है और फिलहाल बेल पर बाहर हैं.आशंका जताई जा रही है कि सीबीआई डीजी वंजारा के पत्र के बाद आकाओं के इशारे पर उनसे पूछताछ की जा रही है. सीबीआई ने पूरे मामले पर चुप्पी साध रखी है.
सूत्रों ने बताया कि शाह से दिल्ली स्थित सीबीआइ मुख्यालय में पूछताछ हुई है. शाह से मुख्यतौर पर वंजारा के आरोपों के बारे में पूछताछ की गई थी, लेकिन भाजपा महासचिव और उत्तर प्रदेश के प्रभारी शाह भी इस संबंध में कुछ भी बोलने से बच रहे हैं.गौर करने वाली बात यह है कि फर्जी मुठभेड़ों के मामले में पिछले छह साल से जेल में बंद डीजी वंजारा ने पिछले महीने इस्तीफा दे दिया था. इस्तीफे के पत्र में उन्होंने गुजरात के राजनीतिक आकाओं के निर्देश पर फर्जी मुठभेड़ों को अंजाम दिए जाने और बाद में पुलिस अफसरों को उनके हाल पर छोड़ देने का आरोप लगाया था.
सीबीआइ की पूछताछ में भी वंजारा अपने आरोपों पर कायम थे, लेकिन राजनीतिक आकाओं की फर्जी मुठभेड़ों में संलिप्तता के बारे में कोई ठोस सबूत नहीं दे पाए.माना जा रहा है कि सीबीआइ वंजारा के आरोपों को इशरत जहां पर अगली चार्जशीट में तवज्जो नहीं देगी. वंजारा समेत गुजरात पुलिस के अन्य अफसरों के खिलाफ सीबीआइ इस मामले में जुलाई में ही चार्जशीट कर चुकी है, लेकिन खुफिया विभाग के निदेशक राजेंद्र कुमार समेत कुछ अफसरों के खिलाफ जल्द ही पूरक चार्जशीट दाखिल करेगी. सीबीआई इस पूरे मामले में कबतक खामोश रहती है ये वक्त के साथ साफ हो पाएगा