सीतामढ़ीः मां दुर्गा व उनके विभिन्न रूपों की पूजा में हर लोग डूब गया है. महिला हो या पुरुष, सब के सब शक्ति की भक्ति में लीन हैं. हर भक्त मां की पूजा अपने- अपने तरीके से कर रहे हैं. कोई कलश स्थापित कर व प्रतिदिन नवरात्र का पाठ कर मां को खुश करने में लगा है तो कोई मां की प्रतिमा के समीप हीं सीने पर कलश रख हठयोग कर रहा है.
शुक्रवार अष्ठमी की सुबह होते ही महिलाएं मंदिरों व अन्य देवी-देवताओं की पूरी भक्ति के साथ पूजा की और उसके बाद मां दुर्गा की भी पूजा की. मां का खोइछा भी भरा गया. इसके लिए सुबह से हीं महिलाओं का पूजा स्थलों पर जाना शुरू हो गया. यह सिलसिला दो पहर तक चला.
वहीं इस दौरान मां की विदाई की दिन को याद कर महिलाओं के चेहरे पर मायूसी देखी गयी. वैसे भी घर से किसी महिला की विदाई होने पर सबसे अधिक दुख महिलाओं को हीं होता है. बता दें कि मां दुर्गा हम सबों के बीच से दशमी तिथि यानी सोमवार को विदा हो जायेंगी. इधर, दिन में तो पूजा स्थलों पर भक्तों कोई खास भीड़ नहीं देखी गयी. शाम होते हीं मां के दरबार में दीप जलाने व पूजा के लिए विशेष कर महिला व बालिकाओं की भीड़ देखी गयी. शाम के 7-8 बजते ही पूजा स्थलों पर भक्तों की अपार भीड़ हो गयी. सड़कों पर पूजा स्थल की ओर जाने वाले भक्तों का तातां लगा रहा.