फिल्म:वॉर छोड़ ना यार
निर्देशक : फराज हैदर
कलाकार : शरमन जोशी, जावेद जाफरी, सोहा अली आदि
रेटिंग : दो
उर्मिला कोरी
फिल्म वॉर छोड़ ना यार की कहानी का विचार प्रशंसनीय होने के साथ ही नवीन भी है. हिंदुस्तान और पाकिस्तान के जंग के मुद्दे पर अब तक कई फिल्में बन चुकी हैं, लेकिन फराज हैदर की फिल्म वॉर छोड़ ना यार जंग के पीछे की हकीकत को बिना ठेस पहुंचाये, कॉमिक अंदाज में सामने लाती है. फिल्म की कहानी पाकिस्तानी आर्मी ऑफिसर कुरैशी (जावेद) और भारतीय आर्मी ऑफिसर राज (शरमन) की है, जो पीस पोस्टिंग के दौरान एक दूसरे के दोस्त बन गये थे लेकिन भारत पाकिस्तान के राजनैतिक रिश्ते बदलने के साथ ही इन दोनों को निजी रिश्तों को ताक पर रखकर एक दूसरे के खिलाफ जंग लड़ने को मजबूर होना पड़ता है, क्योंकि सरकार ने इन्हें इसी काम के लिए सरहद पर तैनात कर रखा है. कभी एक-दूसरे के साथ जोक्स शेयर करने वाले अब गोलियां शेयर कर रहे हैं.
वॉर जर्नलिस्ट रुद दत्ता (सोहा अली खान)पता लगाती हैं कि दोनों देश के सैनिक और आम लोग युद्ध नहीं चाहते हैं. किस तरह से रुद दत्ता इस युद्ध को जन अभियान से रोक पाती है. इसी की कहानी वॉर छोड़ न यार है.फिल्म का पहला भाग एंटरटेनिंग है, दूसरे भाग में फिल्म थोड़ी कमजोर है.शरमन जोशी और जावेद जाफरी ने बेहतर अभिनय किया है.