गाजियाबाद : बहुचर्चित आरुषि और हेमराज की हत्याकांड में सीबीआई अदालत में आज अंतिम सुनवायी शुरु हुई. दिल्ली की सीमा से सटे नोएडा के एक आलीशान अपार्टमेंट में हुए इस दोहरे हत्याकांड के लगभग पांच वर्ष बाद जांच एजेंसी का दावा है कि हत्याओं में दो अलग-अलग हथियारों के प्रयोग की संभावना है.
सुनवायी के पहले दिन सीबीआई के वकील ने आरुषि और हेमराज की पोस्टमार्टम रिपोटरें के साथ दलीलें शुरु करते हुए कहा कि लड़की के कपाल और नौकर के सिर पर लगे चोटों के निशान राजेश तलवार की गोल्फ स्टिक के हैं. दोनों को आपत्तिजनक अवस्था में देखने के बाद तलवार ने उनपर हमला किया था.
एजेंसी ने कहा कि हत्या के तुरंत बाद ली गई तस्वीरों में चोटों के निशान स्पष्ट रुप से दिख रहे हैं. उन्होंने कहा कि सीबीआई जांच अधिकारी एजीएल कौल ने अपने बयान में अदालत को बताया कि आरुषि के कपाल पर ‘वी’ या ‘ओ’ के निशान वाला जख्म ‘गोल्फ स्टिक’ के प्रयोग के कारण हो सकता है.
दलीलों के दौरान सीबीआई के वकील आर. के. सैनी ने पहली बार यह दावा किया कि आरुषि और हेमराज का गला काटने के लिए दो तरह के हथियारों के प्रयोग की संभावना है.सजिर्कल ब्लेड और दूसरा चाकू. सीबीआई अभी भी अपने इस निष्कर्ष पर अड़ी हुई है कि 15-16 मई की रात (हत्या की रात) को तलवार के घर में कोई बाहरी व्यक्ति नहीं घुसा था.