त्रिपोली : बंदूकधारियों द्वारा त्रिपोली के एक होटल में अपहरण किये जाने के कुछ घंटे बाद लीबियाई प्रधानमंत्री अली जेदान को आज रिहा कर दिया गया.
विदेश मंत्री मोहम्मद अब्देलाजीज ने कहा कि उन्हें रिहा कर दिया गया है लेकिन हमारे पास उनकी रिहाई की परिस्थितियों की अब तक कोई विस्तृत जानकारी नहीं है.
प्रधानमंत्री के अपहरण की यह घटना, अमेरिकी कमांडो द्वारा त्रिपोली में अलकायदा के संदिग्ध अबु अनेस अल-लिबी को पकड़ने और पूछताछ के लिए एक युद्धपोत पर ले जाने के पांच दिन बाद हुई है. अल-लिबी को पकड़ने के लिए अमेरिकी छापे पर लीबियाई सरकार ने गहरी नाराजगी जाहिर की थी और उसे इस मामले में शर्मिंदगी का सामना भी करना पड़ा था.
लीबिया में एक हथियार बंद समूह ने आज तड़के प्रधानमंत्री अली जेदान का अपहरण कर लिया था.
लीबियाई सरकार ने अपनी वेबसाइट पर एक संक्षिप्त बयान जारी कर बताया कि संभावित पूर्व विद्रोहियों का एक समूह देश की परिवर्ती सरकार के प्रमुख अली जेदान को अज्ञात कारणों से किसी अज्ञात स्थान पर ले गया है.
सरकार ने कहा कि उसे जेदान के अपहरण के मामले में पूर्व विद्रोहियों के दो गुटों पर संदेह है. ‘चैंबर ऑफ रिवोल्यूशनरीज’ और ‘ब्रिगेड फॉर द फाइट अगेन्स्ट क्राइम’ नामक दोनों गुटों पर रक्षा एवं गृह मंत्रलय की नजर है.बयान में कहा गया है कि मंत्रिमंडल और लीबिया का शीर्ष राजनीतिक प्राधिकरण ‘जनरल नेशनल कांग्रेस’ स्थिति से निपटने के प्रयास कर रहे हैं और नागरिकों से शांति बनाए रखने का आह्वान किया गया है.
शनिवार को त्रिपोली में अमेरिकी कमांडो के छापे के बाद लीबियाई सरकार आलोचकों के दबाव में आ गई। खास तौर पर उन पूर्व विद्रोही समूहों ने सरकार की आलोचना तेज कर दी जिन्होंने 2011 में बगावत कर तानाशाह मुअम्मर कज्जफी को सत्ता से हटने के लिए मजबूर किया था.