वाशिंगटन : अमेरिका भारत व्यापार परिषद(यूएसआईबीसी )ने विस्तृत आव्रजन सुधार के निश्चित प्रावधानों को लेकर आईटी उद्योग की चिंताओं को उठाने के लिए कैपिटल हिल पर अपनी मुहिम तेज कर दी है.
मास्टर कार्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी यूएसआईबीसी के चेयरमैन अजय बांगा आव्रजन वीजा खासकर एच-1बी और एल-1 वीजा से संबंधित प्रावधानों के बारे में सांसदों ंको जागरक करने के प्रयास में निजी रुप से संलिप्त है. साथ ही कैपिटल हिल पर बड़ी मुहिम की शुरआत करने में भी उनकी अहम भूमिका है. यूएसआईबीसी ने हाल में ‘नौकरियों एवं विकास के लिए गठबंधन’ स्थापित किया है.
यूएसआईबीसी के अध्यक्ष रोन सोमर्स ने पीटीआई से कहा, ‘‘ यूएसआईबीसी और नौकरियों एवं विकास के लिए गठबंधन अमेरिका में विस्तृत आव्रजन सुधारों को पूरी तरह समर्थन देते हैं लेकिन सीनेट के विधेयक में पांच मुख्य प्रावधान हैं जो वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धात्मक रहने की अमेरिकी कंपनियों की क्षमता पर नकारात्मक प्रभाव डालेंगे जिससे अमेरिकी नौकरियों पर असर पड़ेगा.’’
उन्होंने कहा, ‘‘ इन प्रावधानों को किसी भी अंतिम विधेयक से हटाने की जरुरत है. ‘नौकरियों एवं विकास के लिए गठबंधन’ जिम्मेदार कानून का निर्माण सुनिश्चित करने के लिए अथक प्रसास करेगा.’’‘द हिल’ समाचार पत्र के अनुसार बांगा ने सांसदों से अपील की है कि वे यह सुनिश्चित करें कि इस प्रकार के घातक प्रावधान प्रतिनिधि सभा द्वारा पारित विधेयक में शामिल न हों.