सिंगापुर : भारत की सार्वजनिक क्षेत्र की तेल व गैस कंपनियां आगामी वर्षों में घरेलू मांग पूरी करने के लिए अंतरराष्ट्रीय हाइड्रोकार्बन परिसंपत्तियों का अधिग्रहण करने में और सक्रिय होंगी.यह बात एक उद्योग विशेषज्ञ ने कही है.
वैश्विक तेल व गैस सम्मेलनों की आयोजनकर्ता ग्लोबल पैसिफिक एंड पार्टनर्स इंटरनेशनल लिमिटेड के चेयरमैन डाक्टर डंकन क्लार्क ने कहा, ‘‘ भारतीय सार्वजनिक तेल व गैस कंपनियां अधिक सक्रिय रहेंगी। मैं समझता हूं कि ये कंपनियां मांग व आपूर्ति के बीच अंतर पाटने के लिए वैश्विक स्तर पर अधिग्रहण करेंगी.’’
उन्होंनेबताया कि ओएनजीसी सहित इन कंपनियों को बगैर राजनीतिक हस्तक्षेप के वाणिज्यिक तरीके से और खुद के बल पर काम करने की अनुमति दी जानी चाहिए. लेकिन क्लार्क ने चेताया कि अधिक संख्या में कंपनियों द्वारा अपने पोर्टफोलियो का निर्माण करने से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर परिसंपत्तियों का अधिग्रहण दिनों.दिन मुश्किल होता जाएगा.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.