कोलकाता: लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी ने संप्रग सरकार के दोषी जनप्रतिनिधियों पर लाए गए अध्यादेश को वापस लेने के फैसले का स्वागत किया.
चटर्जी ने कहा कि आपराधिक रिकार्ड वाले लोगों को राजनीति में आकर महत्वपूर्ण पदों पर नहीं बैठना चाहिए. चटर्जी ने कहा कि अगर न्यायिक प्रक्रिया के जरिये किसी को दोषी ठहराया जाता है तो उसे स्थगनादेश लाने के लिए अपील का मौका मिलना चाहिए. उन्होंने पीटीआई से कहा, ‘‘मैं ऐसी स्थिति पैदा करने के लिए उच्चतम न्यायालय और मीडिया को भी धन्यवाद देना चाहता हूं.’’दोषी सांसदों और विधायकों को तत्काल अयोग्यता से बचाने के लिए लाए गए अध्यादेश को आज सरकार ने वापस ले लिया.
उन्होंने कहा कि अगर कोई वर्तमान सांसद या विधायक मजिस्ट्रेट द्वारा दोषी ठहराया जाता है और खुदबखुद अयोग्य ठहराया जाता है और अपनी सीट खो देता है तो मैं इससे सहमत नहीं हूं. उसे अपील दायर करने का मौका मिलना चाहिए. वरना फिर अपीलीय अदालतों की प्रणाली क्यों है? चटर्जी ने कहा कि निचली अदालत का फैसला उपरी अदालत में बदला जा सकता है. उन्होंने कहा कि सभ्य विधिशास्त्र भारत के नागरिक को उचित मौका देता है.