नयी दिल्ली : कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की तीखी आलोचना के बाद दोषी सांसदों पर अध्यादेश वापस लेने के सरकार के प्रयासों का आज सपा ने विरोध किया और कहा कि सोचे समझे फैसले से पीछे हटने से यह संदेश जाएगा कि एक व्यक्ति सरकार से बड़ा है.
सपा के राज्यसभा सदस्य नरेश अग्रवाल ने कहा, सपा प्रधानमंत्री से अनुरोध करती है कि उन्हें सरकार द्वारा लाये गये अध्यादेश पर कायम रहना चाहिए. इसे विचार-विमर्श के बाद लाया गया इसलिए इस पर कायम रहना चाहिए. देश में यह संदेश नहीं जाना चाहिए कि इसे एक व्यक्ति के दबाव में वापस लिया गया. बाहर से संप्रग सरकार को समर्थन दे रही सपा ने अध्यादेश लाने के सरकार के कदम का समर्थन किया था और वह इसे वापस लिये जाने के किसी भी प्रयास का विरोध कर रही है.
अग्रवाल ने कहा, नेता जनता के लिए संघर्ष करते हैं और फिर यदि उन्हें दोषी ठहराया जाता है तो चुनाव लड़ने से रोक दिया जाएगा. तो हम काम कैसे करेंगे? यह लोकतंत्र के खिलाफ साजिश है. अगर अध्यादेश को वापस लिया जाता है तो साबित हो जाएगा कि देश में एक व्यक्ति बड़ा है, सरकार नहीं. उन्होंने अध्यादेश पर राहुल की ओर से आलोचना के बाद भी अफसोस जताया था.