जयनगर : बांझेंडीह पावर प्लांट में उर्मिला कंस्ट्रक्शन कंपनी में रात्रि प्रहरी के रूप में कार्यरत सुरेंद्र पासवान व अब्दुल जलील को वेतन बढ़ाने की मांग करना महंगा पड़ा. उन्हें नौकरी से हाथ धोना पड़ा.
फिलहाल उनका तीन माह का वेतन भी कंपनी के पास बकाया है. उल्लेखनीय है कि दोनों ने वहां 2010 से 3200 रुपये मासिक में काम शुरू किया था. वर्ष 2011 में उनका वेतन 3500 हुआ. उन्होंने वेतन बढ़ाने के लिए श्रम न्यायालय में मामला दर्ज कराया. इसके कारण उनकी नौकरी चली गयी.