खण्डवा, (मप्र) : प्रतिबंधित संगठन स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) के सात विचाराधीन कैदी आज तड़के साढ़े तीन बजे के आसपास जिला जेल तोड़कर फरार हो गए, हालांकि उनमें से एक आबिद मिर्जा को थोड़ी देर बाद ही पुलिस ने फिर से दबोच लिया है.
वर्ष 2009 के 28 नवंबर को यहां हुए एक आतंकी हमले में आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) के एक जवान सहित तीन लोगों की हत्या करने के आरोप में ये सातों जिला जेल में बंद थे.
पुलिस अधीक्षक मनोज शर्मा ने आज यह जानकारी देते हुए बताया कि फरार हुए सिमी के छह आतंकवादियों की तलाश के लिए पुलिस की पन्द्रह टीमें लगाई गई हैं, साथ ही प्रदेश के सभी जिलों की पुलिस के लिए एलर्ट जारी किया गया है.
उन्होंने बताया कि सिमी के जेल से फरार आतंकवादियों के नाम अमजद निवासी गणेश तलाई खण्डवा, असलम निवासीगणेशतलाई, जाकिर हुसैन निवासीगणेशतलाई, एजाजउद्दीन निवासी नरसिंह वार्ड करेली, मेहबूब उर्फ गुड्डू निवासी गणेश तलाई तथा अबु फैजल निवासी अल्फा मेडिकल स्टोर्स जुहू अंधेरी वेस्ट मुंबई हैं. पुलिस ने जेल से फरार हुए आबिद मिर्जा को सर्वोदय कॉलोनी से गिरफ्तार कर लिया है.
शर्मा ने बताया कि ये सभी विचाराधीन कैदी जेल के शौचालय की दीवार तोड़कर फरार हुए हैं, जो जेल परिसर में सबसे आखिर में बना हुआ था. फरार होते समय इन लोगों ने पुलिस आरक्षक लोकेश हिर्वे एवं नगर सैनिक (होमगार्ड) सुरेश तिवारी को चाकू मारकर घायल कर दिया और उनकी एक भरी रायफल लेकर भाग गए. रास्ते में इनकी चीता मोबाइल मोटरसायकल सवार दो जवानों से भी मुठभेड़ हुई और उनसे भी इन्होंने वायरलैस सेट छीन लिया.
उन्होंने बताया कि समूचे घटनाक्रम की जानकारी आज सुबह सवा पांच बजे कोतवाली पुलिस को मिली, जिसके बाद नाकेबंदी कर आरोपियों की तलाश शुरु की गई. तलाशी दल को सर्वोदय कॉलोनी में आबिद मिर्जा नजर आया, जिसे धर दबोचा गया.
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि आबिद से पूछताछ के आधार पर पुलिस टीमें खण्डवा के अलावा आसपास के क्षेत्रों में भेजी गई हैं. इसके साथ ही प्रदेश के सभी जिलों के पुलिस थानों को एलर्ट जारी किया गया है. सभी फरार आरोपियों पर हत्या सहित अन्य गंभीर आपराधिक धाराओं में प्रकरण दर्ज हैं. 28 नवंबर 2009 के आतंकी हमले में इन्होने एटीएस जवान सीताराम यादव एवं दो अन्य लोगों को गोली से उड़ा दिया था.
दूसरी ओर, सेंधवा (बड़वानी) में जेल मंत्री अंतरसिंह आर्य ने अपने निवास पर बातचीत में सिमी के छह विचाराधीन कैदियों के खण्डवा जिला जेल तोड़कर फरार होने के मामले को गंभीरता से लेते हुए उच्च स्तरीय जांच कराने की बात कही है. उन्होंने पुलिस महानिदेशक (जेल) और प्रमुख सचिव जेल को खण्डवा पहुंचने के भी निर्देश देते हुए कहा है कि दोषी जेल अधिकारियों एवं कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए.