दमिश्क : हथियार विशेषज्ञों के दमिश्क जाकर वहां रासायनिक हथियारों को नष्ट करने की तैयारी के बीच सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद ने कहा है कि उनका देश संयुक्त राष्ट्र के उस प्रस्ताव का पालन करेगा, जिसके तहत उसके रासायनिक हथियारों को नष्ट करने का फैसला किया गया है.
इसी बीच, एक निगरानी संस्था ने कहा कि हाल ही में हुई हिंसा में विरोधियों के कब्जे वाले उत्तरी शहर राका में एक हाई स्कूल पर हवाई हमले में 10 विद्यार्थियों समेत कुल 16 लोग मारे गए. सैनिक विभिन्न मोर्चों पर विरोधियों से लड़ रहे हैं.
रासायनिक हथियार निषेध संगठन (ओपीसीडब्ल्यू) के एक अधिकारी ने बताया कि संगठन के 20 निरीक्षकों का एक दल दमिश्क में है और प्रशासन के अधिकारियों से मुलाकात करेगा.
ऐसी उम्मीद है कि अक्तूबर के अंत तक संयुक्त राष्ट्र के निरीक्षक एक समग्र रिपोर्ट तैयार कर लेंगे. इस रिपोर्ट में 21 अगस्त को दमिश्क के उपनगरीय इलाकों में हुए रासायनिक हमले भी शामिल होंगे, जिनमें तंत्रिका तंत्र को प्रभवित करने वाली सेरिन गैस से सैंकड़ों नागरिक मारे गए थे.
प्रशासन और विरोधियों का एक दूसरे पर आरोप हैं कि 30 माह तक चले युद्ध में रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल किया गया. इस युद्ध में 110,000 से अधिक लोग मारे गए और करीब 20 लाख लोग विस्थापित हो गए. 21 अगस्त के हमले के बाद अमेरिका ने सैन्य कार्रवाई की चेतावनी देते हुए कहा है कि प्रशासनिक बलों ने जानबूझकर रॉकेटों के माध्यम से जहरीली गैस छोड़ी और सैंकड़ों नागरिकों को मार डाला.
सीरिया ने इन आरोपों को खारिज कर दिया लेकिन वह अपने रासायनिक हथियारों के जखीरे को अमेरिका-रुस के बीच हुई संधि के तहत नष्ट करवाने के लिए तैयार हो गया. यह संधि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद प्रस्ताव के तहत हुई. इस प्रस्ताव के पारित होने के बाद पहली बार शुक्रवार को असद ने इटली के राय न्यूज 24 टीवी को बताया कि उसका प्रशासन प्रस्ताव का पालन करेगा.
सरकारी समाचार एजेंसी एसएएनए के अनुसार, असद ने कहा बेशक, हम इसका पालन करेंगे और इतिहास गवाह है कि हमने उन संधियों का हमेशा ही सम्मान किया है जिन पर हमने हस्ताक्षर किया.