धनबाद: तेतुलमारी निवासी संजीत गुनिया की पत्नी सबीता देवी (25) रास्ते में दो बच्चों को जन्म देने के बाद पीएमसीएच के बाहर काफी देर तक तड़पती रही. काफी दे बाद उसे भरती किया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया. संजीत ने बताया कि शनिवार की सुबह पत्नी को प्रसव पीड़ा उठी. उसने ममता वाहन के लिए फोन किया, लेकिन किसी ने रिसीव नहीं किया.
वह भाड़े के वाहन के लिए बाहर चला गया. आने पर पत्नी की स्थिति काफी खराब हो गयी थी. किसी तरह उसे कार में बैठाया गया, उसी दौरान उसने दो बच्चों को जन्म दिया. इसके बाद उसकी स्थिति खराब होती चली गयी. काफी रक्तस्नव हो रहा था. किसी तरह उसे भूली के एक निजी अस्पताल ले जाया गया. लेकिन वहां भरती करने से इनकार कर दिया गया. इसके बाद सबीता को पीएमसीएच आया गया. दोनों नवजात भी साथ में थे. लेकिन यहां भी सरकारी उदासीनता बरकरार रही.
लगभग बीस मिनट तक पीड़िता अस्पताल के बाहर तड़पती रही. इस बीच वह बेहोश हो गयी. आसपास लोगों का जमावड़ा लग गया, लेकिन किसी ने मदद नहीं की. इसके बाद कुछ सफाई कर्मी स्ट्रेचर से गायनी वार्ड में ले गये. जहां कुछ देर बाद सबीता ने दम तोड़ दिया. इधर, दोनों नवजात पिता की गोद में ठीक थे.