जम्मू : जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कल हुए आतंकवादी हमलों पर काबू के लिए मानक प्रकियाओं (एसओपी) का ‘‘पालन नहीं करने’’ और ‘‘चूक’’ के लिए सुरक्षा प्रतिष्ठान की आज यहां खिंचाई की. कल की घटनओं में 10 लोगों की मौत हो गयी थी.
कठुआ और सांबा में आतंकवादी हमलों की पृष्ठभूमि में उमर ने यहां एक उच्स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की. उन्होंने पुलिस से सवाल किया कि हीरानगर पुलिस स्टेशन और सांबा स्थित सेना के शिविर पर हमलों के बीच 40 मिनट के अंतराल में कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गयी.आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने नुकसान रोकने और कार्रवाई करने में नाकाम रहने पर स्थानीय पुलिस की खिंचाई की वहीं सेना ने दावा किया कि उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि आतंकवादियों को शिविर से बाहर नहीं जाने दिया जाए. सूत्रों के अनुसार जम्मू के पुलिस महानिरीक्षक राजेश कुमार को सात बजकर करीब पांच मिनट पर हमले की सूचना दे दी गयी थी और उन्होंने तुरंत हिमाचल प्रदेश में योल स्थित जनरल आफिसर कमांड को इसकी सूचना दी.
मुख्यमंत्री ने इस बात पर नाराजगी जतायी कि आगे बढ़ रहे आतंकवादियों को रोकने के लिए वस्तुत: कोई प्रयास नहीं किया गया. उन्होंने पुलिस और सेना से कहा कि ऐसी स्थिति में त्वरित जवाबी कार्रवाई की जाए. कठुआ और सांबा हिमाचल प्रदेश में स्थित 9 कोर के क्षेत्र में आते हैं.