देवघर: बार-बार आश्वासन के बाद भी संताल में बिजली की स्थिति नहीं सुधर रही है. करीब डेढ़ माह से संताल परगना में आधी बिजली की आपूर्ति हो रही है. बिजली के अभाव में संताल परगना में उद्योग, बाजार, होटल, चिकित्सा सेवाएं आदि चरमरा गयी है. सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दुमका प्रवास के दौरान पिछले सप्ताह कहा था कि संताल में 24 घंटे में 20 घंटे बिजली मिलेगी.
नियमित व निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए झारखंड राज्य विद्युत बोर्ड के चेयरमैन को आवश्यक निर्देश दिया गया था. सीएम ने कहा था कि एक सप्ताह में बिजली की आपूर्ति सामान्य हो जायेगी. लेकिन, भरोसे का एक सप्ताह गुजरने को है.
बावजूद इसके संताल परगना में बिजली आपूर्ति की स्थिति में विशेष सुधार नहीं हुआ है. यही नहीं विधानसभा अध्यक्ष ने भी संताल परगना में बिजली संकट के लिए विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर समस्या दूर करने का निर्देश दिया था. वहीं विभागीय मंत्री राजेंद्र सिंह ने भी जल्द सुधार का भरोसा दिलाया था. लेकिन, हो कुछ नहीं रहा है. एक तो बिजली की कमी, ऊपर से बढ़ी हुई गरमी ने लोगों को रतजगा करने पर मजबूर कर दिया है.
विभागीय आंकड़ों पर गौर करें तो संताल परगना के विभिन्न जिले में 250 मेगावाट से अधिक बिजली की जरूरत है. लेकिन, अमूमन औसतन 100 मेगावाट की आपूर्ति हो रही है. हालांकि झारखंड राज्य विद्युत बोर्ड के चेयरमैन द्वारा पूर्व में भी लोगों को जीरो कट बिजली आपूर्ति का भरोसा दिलाया था. लेकिन, पिछले 13 वर्षो में बिजली आपूर्ति की स्थिति में विशेष कोई सुधार नहीं हुआ.