भागलपुर: नगर निगम ने पॉलीथिन के प्रयोग पर प्रतिबंध लगाने संबंधी प्रस्ताव तो पारित कर दिया है, लेकिन इसका सख्ती से अनुपालन भी कराना होगा. पर्यावरण प्रेमियों ने कहा कि पॉलीथिन से होनेवाले नुकसान के प्रति जागरूकता के साथ-साथ इसका उपयोग करने वालों में सख्ती भी बरतनी होगी.
ग्लोबल इन्वरामेंटल ऑर्गनाइजेशन के अध्यक्ष सह महादेव सिंह कॉलेज के प्राचार्य डॉ केडी प्रभात ने कहा कि किसी भी निर्णय का फलाफल तब संतोषप्रद होता है, जब तक उस निर्णय के साथ हुकूमत व आम लोग भी साथ हों. आम लोगों को इस निर्णय से जोड़ने के लिए उनके जैसे कई सामाजिक व पर्यावरण से जुड़े संगठन जागरूकता अभियान तो चला रहे हैं और यह जारी रहेगा, लेकिन इसमें जिला व पुलिस प्रशासन का सहयोग भी अहम है.
पॉलीथिन प्रतिबंध संबंधी बात थाना स्तर तक जाये और उन्हें निर्देश दिया जाये कि उनके इलाके में पॉलीथिन न बिके. इसे बेचने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाये. इसी तरह मंदार नेचर क्लब के अरविंद मिश्र ने कहा कि निगम का यह फैसला अवश्य ही स्वागतयोग्य है, लेकिन धरातल पर यह कितना लागू हो पाता है यह देखने वाली बात होगी. उन्होंने कहा कि इसका कड़ाई से अनुपालन कराने के लिए सख्ती बरतने की आवश्यकता है.
जहां तक लोगों को जागरूक करने की बात है तो मंदार नेचर क्लब जेएस एजुकेशन व इस तरह की अन्य संस्थाओं के साथ मिल कर समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाता रहा है और भविष्य में भी स्लाइड, पोस्टर, नुक्कड़ नाटक, रैली आदि के माध्यम से यह जागरूकता अभियान जारी रहेगा. पर्यावरण प्रेमी संजय झा कहते हैं कि लोगों को पॉलीथिन के विकल्प के बारे में भी जानकारी देनी होगी. पेपर बैग को कैसे बढ़ावा दिया जाये, इस पर भी जोर देने की जरूरत है. पॉलीथिन के दुष्परिणाम के साथ-साथ यदि लोगों को पॉलीथिन का विकल्प दिया जाये तो अवश्य ही इसका उपयोग समाप्त हो जायेगा.