बस, ऑटो या रिक्शा की तुलनामें स्कूटी को ज्यादा बेहतर व सुरक्षित मानते हैं अभिभावक
रांची:स्कूटी चलानेवाली युवतियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. खास कर टीन एज युवतियों में स्कूटी चलाने का क्रेज ज्यादा देखा जा रहा है. इसके पीछे का कारण शौक के साथ-साथ मजबूरी भी है. वहीं अभिभावक भी अपनी बेटियां के लिए ऑटो, बस या रिक्शा की तुलना में स्कूटी को ज्यादा बेहतर व सुरक्षित मान रहे हैं. यही कारण है कि वे स्कूल व कॉलेज गोइंग बेटियों को स्कूटी, स्कूटर खरीद कर दे रहे हैं. टय़ूशन आने-जाने के लिए युवतियां स्कूटी को बेहतर विकल्प मान रही हैं.
80 फीसदी बिक्री टीन एजर्स के बीच : होराइजन होंडा के संचालक सुमित जैन बताते हैं कि पिछले एक वर्ष में अब तक उन्होंने 5000 स्कूटर की बिक्री की. इनमें से 2000 स्कूटर महिलाओं व युवतियों ने खरीदी. 80 फीसदी स्कूटर की खरीदारी टीन एजर्स ने की.