बीसीराय अस्पताल में शिशुओं की मौत का मामला
कोलकाता : बीसी रॉय अस्पताल में बच्चों की मौत के लिए गठित विशेष जांच समिति की रिपोर्ट में डॉक्टरों को क्लीनचिट देकर घटना के लिए जिला स्तर में अस्पतालों के आधारभूत ढांचे को ही जिम्मेदार ठहराया गया है.
मानवाधिकार आयोग और मुख्यमंत्री द्वारा तैयार चार सदस्यीय विशेष जांच समिति ने यह रिपोर्ट तैयार की है. बच्चों की मौत को रोकने के लिए विशेष टास्क फोर्स के चेयरमैन त्रिदीव बनर्जी ने बताया कि रिपोर्ट में क्या है उसे लेकर टिप्पणी करना सही नहीं होगा. केवल इतना ही कहा जा सकता है कि जांच करने वाले चिकित्सकों ने डॉक्टरों की ओर से किसी किस्म की त्रुटि नहीं पायी है.
विशेष सचिव (स्वास्थ्य शिक्षा) पार्थजीत बनर्जी के नेतृत्व में गठित चार सदस्यीय कमेटी जांच का जिम्मा मिलने के बाद बीसी राय शिशु अस्पताल के रिकॉर्ड को देखकर केवल सात दिनों के भीतर विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर दी है. इस रिपोर्ट को लेकर स्वास्थ्य भवन में चर्चा का माहौल गर्म है.
स्वास्थ्य भवन के सूत्रों के मुताबिक एक ओर जहां हर बच्चे की मौत के विस्तृत कारण की जांच की गयी है वहीं जांच कमेटी की ओर से कई प्रस्ताव भी भेजे गये हैं. स्वास्थ्य विभाग के एक उच्चधिकारी के मुताबिक बच्चे मूल रूप से उत्तर 24 परगना, नदिया व हावड़ा से आये थे. उनमें से अधिकांश को सीवियर बर्थ ऐसफीक्सिया (जन्म से ही श्वास की गंभीर समस्या) था.
जिले में इसके लिए आधारभूत ढांचा होने परबच्चों को बचाने की कोशिश हो सकती थी. लेकिन बनगांव या बशिरहाट से बीसी राय की दूरी तय करने में ही समस्या बढ़ गयी. रिपोर्ट में इस बात का उल्लेख किया गया है. बता चला है कि एक दिन में गंभीर रूप से बीमार सैकड़ों बच्चे(इनमें से अधिकांश नवजात) यहां अस्पताल में भर्ती होते हैं. लिहाजा एक तरह से अस्पताल को भी क्लीनचिट दी गयी है.