गया: पिछले एक साल में देश में महिलाओं के प्रति हुई अमानवीय घटनाओं ने पूरी मानवता को शर्मसार कर दिया है. देश में महिलाएं कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद देश की इस अवस्था के विरोध में सड़क से संसद तक आंदोलन करेगी. ये बातें परिषद के विश्वविद्यालय प्रमुख सह सीनेट सदस्य रूपेश कुमार ने कहीं.
शनिवार को वह नूतन नगर स्थित एक आवास में आयोजित प्रेस वार्ता में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि आंदोलन के प्रथम चरण में विद्यार्थी परिषद तीन अक्तूबर को देश भर में रैली करने जा रही है. यूपीए सरकार की अक्षमता व नीतिविहीन नेतृत्व का ही नतीजा है कि देश में महिलाएं अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रही हैं.
नगर छात्र प्रमुख ने कहा कि 16 दिसंबर, 2012 को दिल्ली में युवती के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म में लिप्त चार युवकों को फांसी की सजा सुना कर न्यायालय ने समाज में भारतीय न्याय व्यवस्था के प्रति विश्वास कायम किया है. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में छात्राएं व महिलाएं स्वयं को असुरक्षित महसूस न करें, इसके लिए विद्यार्थी परिषद बड़े पैमाने पर आंदोलन करेगी. प्रेस वार्ता के दौरान नगर अध्यक्ष प्रोफेसर अशोक कुमार सिंह, छात्र संरक्षक डॉ सोनू अन्नपूर्णा, नगर संगठन मंत्री अमित कुमार छोटी, दीपचंद गुप्ता, सौरभ कुमार, गया कॉलेज छात्र संघ की संयुक्त सचिव अदिति प्रिया, विश्वविद्यालय प्रतिनिधि श्वेता कुमारी समेत अन्य मौजूद थे.