मोतिहारीः सदर अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्था बहुत जल्द पटरी पर दौड़ने लगेगी. डीएम श्रीधर सी ने शुक्रवार को अस्पताल के निरीक्षण के दौरान यह स्पष्ट कर दिया. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य योजनाओं में फंड की कमी नहीं है. अगर फंड का एक भी पैसा वापस हुआ और काम पेंडिंग रहा तो संबंधित अधिकारियों पर सीधे कार्रवाई होगी. डीएम का काफिला सुबह करीब 10.15 बजे अस्पताल पहुंच चुका था. सिविल सजर्न के कार्यालय से निरीक्षण की शुरुआत हुई. उसके बाद एसीएमओ कार्यालय, एआरटी सेंटर, आंख अस्पताल, मलेरिया विभाग, कुष्ठ नियंत्रण विभाग, डब्ल्यूएचओ कार्यालय, एएनएम ट्रेनिंग स्कूल, डीएचएस व अस्पताल के सभी वाडरें का बारी-बारी से निरीक्षण के साथ विभाग के कर्मियों से पूछताछ कर समस्याओं से अवगत होने के बाद आवश्यक निर्देश दिये.
खुलेगा विजन सेंटर
आंख अस्पताल का निरीक्षण करने के बाद डीएम ने एक सप्ताह के अंदर विजन सेंटर खोलने का निर्देश दिया. तीन महीना में सभी स्कूलों के नोडल शिक्षक को प्रशिक्षण देने, स्कूली बच्चों का आंख जांच कर जरूरत होने पर आंख विशेषज्ञ के पास भेजने को कहा. 15 दिनों के अंदर ओटी रूम को सुसज्जित करने का निर्देश दिया.
ट्रेनिंग स्कूल बदलेगा
डीएम ने एएनएम ट्रेनिंग स्कूल के निरीक्षण में प्राचार्य से प्रत्येक साल मिलने वाले पांच लाख रुपये के फंड के बारे में जानकारी ली. उन्होंने कहा कि फंड से ट्रेनिंग मेटेरियल व लाइब्रेरी को व्यवस्थित करें. बेड की चादर, स्वच्छ जल के लिए आरओ लगाने, इंटरनेट, गैस कनेक्शन, सोलर सिस्टम व चारों तरफ से चहारदीवारी कराने का भी निर्देश दिया.
अस्पताल में सारी व्यवस्था
सदर अस्पताल के इमरजेंसी में रैंप बनेगा. अस्पताल उपाधीक्षक एसएन सिंह ने ड्रेसर की कमी से डीएम को अवगत कराया. डीएम ने कहा कि सेवानिवृत्त ड्रेसर अगर काम करने के लिए इच्छुक है तो उन्हें काम पर रखा जाये. न्यू बॉर्न केयर कार्नर (एनबीसीसी)में एसपी लगाने व खराब पड़े मशीनों को दुरुस्त कराने को कहा. कालाजार से बचाव के लिए उन्होंने जागरूता अभियान चलाने का निर्देश दिया. पेथोलॉजी सेंटर को एक बिल्डिंग में शिफ्ट करने को कहा.