नयी दिल्ली: दंगा प्रभावित मुजफ्फरनगर जाने से रोके गये भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने उत्तर प्रदेश की सपा सरकार पर आरोप लगाया कि वह उनकी पार्टी के नेताओं को अलग से निशाना बना रही है.
उन्होंने कहा कि पार्टी का प्रतिनिधिमंडल अगले सप्ताह राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी से मुलाकात कर उन्हें राज्य की स्थिति से अवगत कराएगा.सपा पर उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में जब- जब यह पार्टी सत्ता में आयी है, उसने दंगों को हवा दी है.
भाजपा अध्यक्ष ने कहा, मैं दंगे में मारे गये लोगों के परिजनों से मिलना और हालात का जायजा लेना चाहता था. लेकिन जिला प्रशासन ने यह कह कर मुझे जाने की अनुमति नहीं दी कि वर्तमान स्थिति के चलते ऐसा संभव नहीं होगा. उन्होंने कहा कि समाचार चैनलों के हाल के स्टिंग आपरेशन से साबित हो गया है कि हिंसा में उनकी भूमिका है जो आज उत्तर प्रदेश की सत्ता में हैं.
उनके अनुसार, सपा और बसपा आगामी लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की वर्तमान स्थिति से लाभ उठाना चाहते हैं. सिंह ने बताया कि दंगा प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति, वहां हुई क्षति तथा हिंसा के कारणों की जांच के लिए उन्होंने उत्तर प्रदेश विधायक दल के नेता हुकुम सिंह की अध्यक्षता में समिति बनाई है. 24 सितंबर को राष्ट्रपति से भेंट के समय इस समिति की रिपोर्ट उन्हें सौंपी जाएगी.
मुजफ्फरनगर नहीं आने के वहां के प्रशासन के आग्रह को स्वीकार करने के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कहा कि अगर वह इसे नहीं मानते तो उन पर तनाव बढ़ाने का आरोप लगाया जाता.
उन्होंने कहा, मैंने नहीं जाने का निर्णय किया, लेकिन मैं राज्य सरकार के जिला प्रशासन के रवैये की निंदा करता हूं. मैं वहां लोगों के जख्मों पर मरहम लगाने जा रहा था, न कि तनाव बढ़ाने. भाजपा अध्यक्ष ने मांग की कि दंगें में जिन परिवारों में जान माल का नुकसान हुआ है उन्हें उचित मुआवजा दिया जाये.
हुकुम सिंह ने कहा मुजफ्फरनगर हिंसा के संबंध में जबकि बसपा और कांग्रेस के कई नेताओं और विधायकों के विरुद्ध भी एफआईआर दर्ज हैं लेकिन भाजपा विधायकों को चयनित रुप से गिरफ्तार किया जा रहा है.