जसीडीह: झारखंड राज्य विद्युत बोर्ड के सदस्य सीडी कुमार (वितरण) एवं बीएस झा (ट्रांसमिशन) ने बुधवार को जसीडीह के कालीपुर मौजा स्थित विद्युत बोर्ड द्वारा अधिग्रहण की गयी 22 एकड़ जमीन का मुआयना किया. सदस्य द्वय ने कहा कि देवघर में 220/132 केवीए ग्रीड की आवश्यकता जल्द पड़ेगी. इसके लिए ही जमीन देखी जा रही है. इसका प्रस्ताव बना कर सरकार को भेजा जायेगा. मंजूरी मिलते ही ग्रिड के कार्य आरंभ किया जायेगा.
उन्होंने बताया कि देवघर के शहरी क्षेत्र में 42 करोड़ की लागत से जल्द ही अंडर ग्राउंड बिजली वायरिंग कर आपूर्ति व्यवस्था होगी. जिसमें आठ करोड़ की लागत से सिर्फ बाबा मंदिर व इसके-पास क्षेत्रों का अंडर ग्राउंड बिजली व्यवस्था होगी. यह कार्य आरएपी/डीआरपी के तहत होगा. इसका टेंडर एक माह के अंदर हो जायेगा. बताया गया कि राज्य में बिजली मुहैया कराने जैसी स्कीम की जरूरत है व भविष्य में पर्याप्त इंफ्रास्ट्रर व शहरी सहित ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ते बिजली की मांग को कैसे पूरा किया जाय, इसकी योजना तैयार हो रही है. संताल परगना में सबसे अधिक बिजली का लोड देवघर में है. वर्तमान में संताल परगना को डीवीसी, एनटीपीसी,फरक्का और बिहार के सुल्तानगंज से बिजली आती है. 18 अगस्त को फरक्का में ट्रांसफॉर्मर में तकनीकी गड़बड़ी आ जाने से 60 मेगावाट बिजली की कमी हो गयी.
सदस्यों ने कहा कि मार्च 2014 तक संताल परगना के 350 गांवों में विद्युतीकरण पूरा कर लिया जायेगा. संताल परगना में वर्तमान में 48 पावर ग्रीड है. इसके अलावे छह पावर ग्रीड (33/11 केवीए) सब-स्टेशन कार्य मार्च के पहले पूरा हो जायेगा. इसमें देवघर के खोरादह में एक सब-स्टेशन बनना है. जबकि दुमका में एक सुपर ग्रीड (ट्रांसमिशन) बना रहे हैं. दुमका से देवघर में बिजली लाया जायेगा. पर्याप्त बिजली लाने के लिए ट्रांसमिशन लाइन का नेटवर्क तैयार हो जायेगा.
पर्याप्त नेटवर्क नहीं रहने के कारण यहां बिजली नहीं ला पा रहे हैं. इससे पूर्व सदस्यों ने दुमका, पाकुड़ क्षेत्रों का भ्रमण कर बिजली व्यवस्था की जायजा लिया था. इस अवसर पर केके ठाकुर (महाप्रबंधक सह मुख्य अभियंता ट्रांसमिशन), पीआर रंजन (महाप्रबंधक सह मुख्य अभियंता वितरण) दुमका, केबीएन सिंह (अधीक्षण अभियंता,दुमका), नरेश प्रसाद(अधीक्षण अभियंता, देवघर), कार्यपालक अभियंता रामजन्म यादव, मुकेश पांडेय(संवेदक) आदि उपस्थित थे.