बेतिया: नगर के छावनी निवासी अपहृत रंजीत हत्याकांड का खुलासा पुलिस ने कर दिया है. हालांकि आरोपितों द्वारा शव को डिस्पोजल कर दिये जाने के कारण पुलिस को रंजीत का शव नहीं मिल पाया है. लेकिन घटना में प्रयुक्त हथियार व मृतक के कपड़े पुलिस ने एक आरोपित की पहचान पर नेपाल के वीरगंज से बरामद किया है.
इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपित नगर के राजगुरु चौक निवासी मनमोहन सिंह उर्फ सोहन पटेल सहित राजा नामक एक आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. इस मामले में मंगलवार को प्रेस को संबोधित करते हुए पुलिस अधीक्षक सुनील नायक मेघावत ने बताया कि इस मामले में मुख्य भूमिका रंजीत की प्रेमिका शोभा देवी एवं उसके पति मनमोहन की रही है. उन्होंने बताया कि दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है. इस पूरे प्रकरण में जो बातें उभर कर सामने आयी हैं, उसके मुताबिक रंजीत के बड़े भाई रंजन का शोभा देवी के साथ अवैध संबंध था. रंजन के विदेश जाने के बाद रंजीत से शोभा का संबंध स्थापित हो गया था. इधर, शोभा के पति मनमोहन द्वारा इस बात की जानकारी मिलने पर मनमोहन ने शोभा पर दबाव बनाना शुरू कर दिया. जिसकी वजह से रंजीत को मौत के घाट उतार देने के बाद परिजनों से रुपया की वसूली की योजना के तहत फिरौती की मांग की जा रही थी. यहां बता दें कि 25 अगस्त को घर से मोतिहारी जाने के नाम पर निकला रंजीत अपनी प्रेमिका शोभा के पास बगहा चला गया था. वहां कुछ दिन रहने के बाद मनमोहन उसे लेकर नेपाल के वीरगंज चला गया, जहां उसे ठिकाने लगाने के बाद रंजीत के परिजनों से फिरौती की मांग की जाने लगी थी.
शामिल थे पांच आरोपित
रंजीत प्रकरण में शामिल सभी आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. जिसमें शोभा देवी व प्रमोद चौधरी को पुलिस ने सबसे पहले गिरफ्तार कर लिया था. उससे मिले सुराग के बाद पुलिस ने बाबू कुंवर नामक युवक को गिरफ्तार किया था, जो फिरौती की रकम लेने आया था. इसके बाद पुलिस ने रविवार को पुलिस ने इस कांड के मुख्य आरोपित मनमोहन को गिरफ्तार किया. इससे सारे मामले का खुलासा हुआ. फिर पुलिस ने राजा नामक युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
चौथा पति है मनमोहन
पुलिसिया जांच के दौरान जो बातें उभर कर सामने आयी है उसके मुताबिक नेपाल के वीरगंज की रहने वाली शोभा देवी का चौथा पति नगर के राजगुरु चौक निवासी मनमोहन उर्फ सोहन पटेल है. जानकारी के अनुसार शोभा की पहली शादी रामनगर के प्रमोद चौधरी के भाई से हुई थी. उसके घर में शोभा बगहा रहती थी. इसी मामले में गिरफ्तार राजा भी शोभा का रिश्तेदार ही है.
गठित हुई थी विशेष टीम
एक सितंबर को रंजीत के परिजनों ने जैसे ही नगर थाना में रंजीत के फिरौती के लिये अपहरण की प्राथमिकी दर्ज करायी थी.
उसी समय पुलिस अधीक्षक सुनील नायक मेघावत ने सदर एसडीपीओ रामानंद कुमार कौशल के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया था. जिसमें नगर थानाध्यक्ष बिमलेंदू कुमार, मुफस्सिल थानाध्यक्ष नरेश कुमार, नौतन थानाध्यक्ष मनोज मोहन, गोपालपुर थानाध्यक्ष आर रहमान, नवलपुर थानाध्यक्ष सम्राट दीपक, एसआई धनंजय चौधरी एवं ओपी चौहान को शामिल किया गया था.
कॉलेज के समीप हुई हत्या
रंजीत की हत्या आरोपियों ने वीरगंज स्थित नेशनल मेडिकल कॉलेज के समीप चाकू मार कर की थी. पुलिस के समक्ष आरोपियों ने स्वीकार किया है कि रंजीत की हत्या के पूर्व उसे घुमाने के लिये वीरगंज ले जाया गया था तथा वहां नशा खिलाने के बाद उसकी हत्या कर दी गयी थी. एसपी ने बताया कि इस मामले में शोभा देवी को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जायेगी.