रांची: केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश ने आज यहां दो टूक कहा कि वह झारखंड में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में अपने विकास कार्यों से पीछे नहीं हटेंगे और वह इस बारे में बार बार नक्सलियों की ओर से आने वाली धमकियों से डरने वाले नहीं हैं.
केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश ने आज यहां एक संवाददाता सम्मेलन में उन्हें बार बार नक्सली हमले की मिलने वाली धमकियों के बारे में पूछे जाने पर साफ कहा, ‘‘मैंने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में केंद्र सरकार की योजनाओं के तहत किये जा रहे विकास कार्यों से हो रहे परिवर्तनों को देखा है और मैं इस तरह की धमकियों से डरने वाला नहीं हूं.’’ रमेश ने कहा, ‘‘मैं सारंडा, सरयू, पलामू और झुमरा में प्रारंभ किये गये विकास कार्यों को स्वयं नजदीक से देख रहा हूं. इस तरह की योजनाएं गरीबों और आदिवासियों के लिए जारी रहेंगी. इनसे पीछे हटने का सवाल ही नहीं उठता है.’’
उन्होंने कहा कि उन्हें भी इन नक्सली धमकियों के बारे में जानकारी है लेकिन क्या इससे डर कर वह राज्य के विकास कार्यों को छोड़ देंगे?उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा हाल में संसद से पारित कराये गये भूमि अधिग्रहण कानून के रैयत और किसान परस्त प्रावधानों के चलते भी नक्सलियों की कमर टूटनी तय है क्योंकि सरकारों और कंपनियों द्वारा गरीबों की जमीन छीने जाने का भय दिखाकर ही अनेक क्षेत्रों में नक्सली पनपते हैं.