आगरा: लोकसभा चुनाव में गैर कांग्रेस और गैर भाजपा दलों को दोनों राष्ट्रीय पार्टियों से अधिक सीटें मिलने तथा चुनाव बाद तीसरे मोर्चे के गठन का दावा कर रही समाजवादी पार्टी ने कहा है कि वह उत्तर प्रदेश के बाहर भी अपने उम्मीदवार खड़े करेगी.
पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के दूसरे दिन आज यहां संवाददाताओं से बातचीत में इसके राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में पार्टी उत्तर प्रदेश के अलावा कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश और बिहार में भी अपने उम्मीदवार खड़े करेगी.
रामगोपाल ने दावा किया कि आने वाले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और भाजपा अन्य दलों से बहुत पीछे रहने वाले हैं.उन्होंने कहा, उन्हें (कांग्रेस और भाजपा) अन्य दलों के मुकाबले कम सीटें मिलने वाली हैं. तीसरे मोर्चे के गठन के बारे में सवाल होने पर सपा नेता ने कहा कि इस संबंध में जो भी होगा, लोकसभा चुनावों के बाद ही होगा.
उत्तर प्रदेश में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति के बारे में पूछे जाने पर रामगोपाल ने कहा कि यह राज्य सरकार का विषय है. उन्होंने इसी क्रम में कहा कि चुनाव जब भी आते हैं, कतिपय राजनीतिक दल सांप्रदायिकता फैलाने की कोशिश करते हैं और वही सब उत्तर प्रदेश में भी हो रहा है.
रामगोपाल ने यह भी कहा कि भाजपा द्वारा गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को आगे बढ़ाये जाने के बाद से यह आशंका पैदा हो गयी थी कि उत्तर प्रदेश में भी गुजरात जैसा माहौल बनाने की साजिश होगी.
उन्होंने कहा, ऐसा करके उन्हें (मोदी को) एक बार फायदा हो चुका है. लाशों पर राजनीति की जा रही है. पार्टी इस विषय में गंभीरता से चर्चा करेगी. सपा महासचिव ने कांग्रेसनीत संप्रग सरकार को पार्टी के समर्थन के बारे में सवाल पूछे जाने पर कहा कि यह समर्थन पार्टी ने राष्ट्रीय हित में दिया है और इसके पीछे अपना कोई स्वार्थ नहीं है.
सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने भी कल संवाददाताओं से बातचीत में लोकसभा चुनावों में अन्य दलों को भाजपा और कांग्रेस से ज्यादा सीटें मिलने का भरोसा जताते हुए कहा था कि चुनाव वाद देश में तीसरे मोर्चे की सरकार बनेगी.
उन्होंने यह भी कहा था कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में 21 राज्यों के पार्टी अध्यक्ष भाग ले रहे हैं, जिनसे सलाह मशविरे के बाद उन राज्यों में पार्टी उम्मीदवारों को उतारने के बारे में फैसला किया जायेगा.
इस बीच कार्यकारिणी की बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेता तथा इसका मुस्लिम चेहरा माने जाने वाले नगर विकास मंत्री आजम खां की अनुपस्थिति को लेकर अटकलें भी शुरु हो गयी हैं. हालांकि पार्टी के नेताओं ने कहा है कि वह वायरल बुखार से पीडि़त हैं.