चंडीगढ़ : हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा को लगता है कि भले ही आईओसी ने 2020 के ओलंपिक में कुश्ती को शामिल करने का फैसला कर लिया हो लेकिन आईओए का विश्व संस्था के निर्देशों के अनुसार दागी अधिकारियों को नहीं हटाने के कारण भारतीय पहलवानों की अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भागीदारी को झटका लग सकता है.
हुड्डा ने विधानसभा में कल कहा कि कुछ नेता है जिन्होंने देश के हितों के उपर खुद के हित रख दिये हैं. मुख्यमंत्री ने सवाल उठाया कि हरियाणा के इन प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की क्या गलती है जिन्होंने राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों में देश का मान बढ़ाया और अब ओलंपिक की तैयारी कर रहे हैं.