काबुल : अफगानिस्तान पुलिस ने भारतीय लेखिका सुष्मिता बनर्जी की हत्या के मामले में दो आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है. भारतीय लेखिका की तालिबान के कब्जे से बच निकलने को आधार बनाकर लिखी गयी किताब पर बालीवुड में फिल्म बन चुकी है. बीते बुधवार को अफगानिस्तान के पूर्वी पक्तिका प्रांत में 49 वर्षीय बनर्जी को नकाबपोश बंदूकधारियों ने घसीटकर उनके पति के घर से बाहर निकाला था और गोली मार दी थी.
पक्तिका के गवर्नर के प्रवक्ता मोखलिस अफगान ने बताया, ‘‘ पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है जिन्होंने उनकी हत्या की बात कबूल कर ली है.’’ अफगान ने कहा, ‘‘ उन्होंने अपने इकबालिया बयान में कहा है कि उन्हें इस महिला को मारने का आदेश दिया गया था क्योंकि उनकी लिखी किताब पर फिल्म बनाया जाना तालिबान का अपमान है.’’ उन्होंने साथ ही कहा, ‘‘ उन्होंने यह भी कहा कि महिला के घर में इंटरनेट था और वह भारत के लिए जासूसी कर रही थी.’’ गवर्नर के प्रवक्ता ने कहा कि दोनों व्यक्ति तालिबान से संबद्ध हक्कानी नेटवर्क से ताल्लुक रखते थे और उन्हें सोमवार को देर शाम पक्तिका प्रांत की राजधानी शरन से गिरफ्तार किया गया. तालिबान ने पिछले सप्ताह बनर्जी की हत्या में अपनी संलिप्तता से इनकार किया था.
बनर्जी ने स्थानीय कारोबारी जांबाज खान से विवाह किया था और वह हाल ही में अपने पति के साथ रहने के लिए पक्तिका लौटी थी. वह महिलाओं के लिए कोई स्वास्थ्य क्लिनिक चलाना चाहती थी. बनर्जी ने ‘‘काबुलीवाला’ज बंगाली वाइफ’’ किताब लिखी थी जिसमें दो दशक पहले तालिबान के कब्जे से उनकी अपनी खुद के बच निकलने की दास्तां बयान की गयी थी. इस पर वर्ष 2003 में बालीवुड में फिल्म बनायी गयी थी.